शिक्षक ने चार साल की बच्ची से की हैवानियत, भीड़ ने स्कूल में की तोड़फोड़
जयपुर
राजस्थान के पाली जिले में एक निजी स्कूल के शिक्षक ने कथित तौर पर चार साल की दलित बच्ची से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने निजी स्कूल पर धावा बोल दिया, परिसर में तोड़फोड़ की। आक्रोशित ग्रामीण स्कूल प्रबंधन से भिड़ गए। लोगों का आरोप था कि स्कूल प्रशासन ने रेप के आरोपी शिक्षक को बचाने का काम किया। लोग आरोपी शिक्षक को बचाने में स्कूल की कथित संलिप्तता से नाराज थे। आरोपी की पहचान 23 वर्षीय रवि वागोरिया के रूप में हुई है, जो निजी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
लोगों ने आरोप लगाया कि वागोरिया ने चार साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। लड़की के परिवार ने दावा किया कि उन्होंने तुरंत स्कूल प्रिंसिपल को घटना की जानकारी दी। फिर भी प्रिंसिपल ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के बजाय, कथित तौर पर मामले को दबाने का प्रयास किया। बच्ची की मां ने भयावह आपबीती सुनाते हुए कहा- उनको इस घटना की जानकारी तब हुई जब वह बच्ची को शौच के बाद वापस ले जा रही थीं।
पीड़िता बच्ची की मां ने कहा- मैंने देखा कि उसका खून बह रहा है। मैंने प्रिंसिपल से इसके बारे में पूछा। इस पर उसने कहा कि शायद कोई नुकीली चीज चुभ गई होगी। वारदात की खबर गांव में फैलते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गए। उग्र ग्रामीणों का एक समूह स्कूल में जमा हो गया और स्कूल परिसर में तोड़फोड़ कर अपना गुस्सा जाहिर किया। लोगों ने स्कूल के फर्नीचर को इधर-उधर फेंक दिए।
लोगों ने स्कूल प्रबंधक के साथ कथित तौर पर झड़प की। आक्रोशित भीड़ के हमले के कारण लोगों को पास के एक घर में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तीन दिनों के भीतर इस मामले में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।