बारिश के दौरान स्कूल की छत का प्लास्टर गिरा, बाल-बाल बचे स्टूडेंट और टीचर
झरिया.
डिगवाडीह दस नंबर स्थित राजकीय रामपरीखा मध्य विद्यालय की कक्षा पांच और छह की छत का प्लास्टर मंगलवार को जोरदार आवाज के साथ गिर गया। घटना में स्कूल के 37 बच्चे और शिक्षक बाल-बाल बच गए। झरिया के डिगवाडीह दस नंबर स्थित राजकीय रामपरीखा मध्य विद्यालय की कक्षा पांच और छह की छत का प्लास्टर मंगलवार को जोरदार आवाज के साथ गिर गया।
घटना में स्कूल के 37 बच्चे और शिक्षक बाल-बाल बच गए। इस स्कूल का भवन जर्जर है। लगातार बारिश के कारण छत से पानी भी टपक रहा था। इसी दौरान जोरदार आवाज हुई। आवाज सुन कर बच्चे क्लास रूम से भागने लगे। तभी भर-भरा कर छत का प्लास्टर गिरने लगा। सभी बच्चों को आनन-फानन में क्लासरूम से बाहर किया गया। बेंच-ड्रेस्क क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
घटना की खबर मिलते ही काफी संख्या में अभिभावक स्कूल पहुंच गए। छात्राओं की माताएं भी काफी चिंतित थीं। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय का भवन काफी पुराना हो गया है। बारिश में कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। आज तो उनके घर के बच्चे बाल-बाल बच गए। शिक्षा विभाग की अनदेखी का खामियाजा कभी भी बच्चों को भुगतना पड़ सकता है। आक्रोशित अभिभावकों ने कहा कि सरकारी विद्यालय में गरीबों के बच्चे ही अधिक पढ़ते हैं। इसलिए सरकार ध्यान नहीं दे रही है। प्रधानाध्यापक रजनीश प्रसाद ने बताया कि स्कूल भवन की मरम्मत के लिए कई बार बीईईओ और डीईओ से लिखित शिकायत की गई है लेकिन अभी तक काम नहीं हुआ। आज भी विद्यालय में छत का प्लास्टर गिरने की सूचना झरिया बीईईओ को दी गई है, लेकिन अभी तक आश्वासन ही मिला है। इधर, बीपीओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। कनीय अभियंता राजेश कुमार को जांच करने के लिए कहा गया है।
प्रोजेक्ट बालिका हाईस्कूल का दो मंजिला भवन ढहा
बलियापुर: लगातार हो रही भारी बारिश से सोमवार की देर रात प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय का दो मंजिला पुराना भवन पूरी तरह ढह गया। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। प्रधानाध्यापक भानुप्रताप प्रजापति का कहना है कि मंगलवार को सुबह विद्यालय पहुंचने पर घटना की जानकारी हुई। भवन का निर्माण 1985 में हुआ था। घटना में भवन के अंदर रखे सौ जोड़ी से अधिक बेंच-डेस्क और फर्नीचर के अन्य सामान दब गए।
घटना की जानकारी मिली है –
घटना की जानकारी मिली है। जिस समय घटना हुई है, उस समय जिला में बैठक चल रही थी। इसके कारण विद्यालय में नहीं जा पाई। बुधवार को विद्यालय जाकर निरीक्षण करूंगी। विद्यालय के भवन के संबंध में विभाग को पूर्व में कई बार लिखा जा चुका है।
– लक्ष्मी वर्मा, बीईईओ, झरिया