निर्यात की अगुवाई में 2035 तक एक लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचेगा भारतीय वाहन उद्योग : रिपोर्ट
ऑडी की खुदरा बिक्री जनवरी-सितंबर के दौरान 88 प्रतिशत बढ़ी
नई दिल्ली
जर्मनी की लग्जरी कार विनिर्माता ऑडी की भारतीय बाजार में खुदरा बिक्री इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान सालाना आधार पर 88 प्रतिशत बढ़कर 5,530 इकाई रही। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 2,947 वाहन बेचे थे।
ऑडी ने एक बयान में कहा कि नये मॉडल क्यू8 ई-ट्रॉन, क्यू8 स्पोर्टबैक ई-ट्रॉन, क्यू3 और क्यू3 स्पोर्टबैक पेश किये जाने के साथ-साथ ए4, ए6 और क्यू5 जैसे अन्य मॉडलों की भी मांग लगातार बने रहने से उसकी बिक्री में अच्छी वृद्धि हुई है।
ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा, ''एसयूवी खंड में 187 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आगामी त्योहारों के दौरान निरंतर मांग रहने के कारण यह वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है।''
निर्यात की अगुवाई में 2035 तक एक लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचेगा भारतीय वाहन उद्योग : रिपोर्ट
नई दिल्ली
भारतीय वाहन क्षेत्र में 2035 तक निर्यात की अगुवाई में एक लाख करोड़ डॉलर का उद्योग बनने की क्षमता है। एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।
आर्थर डी लिटिल की रिपोर्ट के अनुसार, वाहन उद्योग विनिर्माण, नवाचार और प्रौद्योगिकी में बढ़त के जरिये इस आकार को हासिल कर सकता है।
आर्थर डी लिटिल के प्रबंधन भागीदार (भारत और दक्षिण एशिया) बार्निक चित्रन मैत्रा ने कहा कि भारत का वाहन उद्योग अंतरराष्ट्रीय बाजारों के अनुसार डिजायन, विकास और उत्पादन के मामले में वैश्विक केंद्र बन सकता है।
उन्होंने कहा कि इसे पाने के लिए विभिन्न उद्योगों की कंपनियों को भरोसेमंद और प्रतिस्पर्धी वैश्विक विनिर्माण में अपनी क्षमता बढ़ानी होगी।
मैत्रा ने कहा, "वाहन सॉफ्टवेयर और ईआरएंडडी (इंजीनियरिंग अनुसंधान और विकास) में भारत की ताकत जोनल आर्किटेक्चर और एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) जैसे उभरते रुझानों के अनुरूप समाधान पेश करके बढ़ सकती है।"
फिनटेक कंपनी स्लाइस का नार्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक में विलय
नई दिल्ली
वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनी स्लाइस का नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक (एनईएसएफबी) में विलय हो गया है। कंपनी ने यह जानकारी दी।
स्लाइस ने बयान में कहा कि इस विलय को भारतीय रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गई है।
स्लाइस के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजन बजाज ने कहा, ''हम इसे एक अत्यधिक समावेशी और जिम्मेदार बैंक बनाने के अवसर के रूप में देखते हैं। इससें बैंक की जोखिम प्रबंधन प्रणाली और कामकाज का संचालन मजबूत होगा।''
हालांकि, इस विलय के लिए अभी शेयरधारकों के साथ अन्य नियामकीय मंजूरियां ली जानी है।
एनईएसएफबी की प्रबंध निदेशक एवं सीईओ रूपाली कलिता ने कहा कि स्लाइस के साथ यह गठजोड़ हमारी पहुंच और हमारी सेवाओं का दायरा आगे बढ़ाने में मददगार होगा।