September 24, 2024

आयुष्मान कार्ड: जल्दी करें…15 अक्टूबर तक ही बनेंगे तीन लाख आय वालों के आयुष्मान कार्ड

0

गुरुग्राम
अगर आपकी सालाना आय तीन लाख रुपये है… और आप आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए विचार कर रहे हैं तो देर ना करें… क्योंकि 15 अक्टूबर के बाद कार्ड बनवाना मुश्किल होगा। कार्ड बनवाने के लिए परिवार पहचान पत्र और आय वेरिफिकेशन अनिवार्य है। साथ ही 1500 रुपये भी देने होगें। यह कार्ड एक साल तक के लिए ही मान्य होगा। कार्ड धारक सालभर में पांच लाख तक के मुफ्त इलाज का लाख लें सकेंगे। 23 सितंबर 2018 काे केंद्र सरकार ने आयुष्मान योजना की शुरूआत की थी, उस समय 2011 की जनसंख्या को आधार मानकर सूची जारी की गई थी। जिसके बाद लाखों जरूरतमंद योजना के लाभ से वंचित रह गए थे।

सालाना पांच लाख रुपये के इलाज का मिलेगा लाभ
हरियाणा सरकार से इसे आगे बढ़ाते हुए आर्थिक आधार (सालाना आय 1.80 लाख से कम) वाले लाेगाें के लिए 21 फरवरी 2022 काे चिरायु याेजना लांच की थी। इस याेजना के लाभार्थियों काे आयुष्मान याेजना से मर्ज किया गया था, ताकि लाेगाें काे सालाना पांच लाख रुपये का इलाज मिल सकें। योजना की शुरुआत में आय सीमा को एक लाख 20 हजार रुपये थी जिसे बढ़ाकर एक लाख 80 हजार रुपये किया गया था। अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद आने वाले समय में इसको बढ़ाकर तीन लाख रुपये करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र एक अहम दस्तावेज बन चुका है। इसके बिना सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकता।

जिले में करीब 1.21 लाख लोग ऐसे थे जिनका सूची में नाम है लेकिन वह कार्ड बनवाने के लिए आगे नहीं आ रहे थे। ऐसे ही लोगों की खोज करने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बीडीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने सभी एसडीएम को पत्र भेजकर और कार्ड से वंचित लोगों से संपर्क करने के निर्देश दिए थे। साथ उन लोगों से कार्ड बनवाना है या नहीं इच्छा पूछनी थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की माने तो फोन व संपर्क करने पर 30 फीसदी लोग कार्ड बनवाने के लिए आगे आए हैं।

1352 तरह की जांच और सर्जरी है शामिल
आयुष्मान योजना में 1352 तरह की जांच और सर्जरी आदि में पांच लाख रुपये तक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है।जिले में 29 सरकार व निजी अस्पताल योजना में नि:शुल्क इलाज मुहैया कराने के लिए रजिस्टर्ड हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *