कमलनाथ द्वारा कराए गए सर्वे पर परीक्षण, एक दर्जन विधायकों के टिकट कटेंगे
भोपाल
सोनिया गांधी के निवास पर शनिवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा तय किए गए 143 नामों में 123 नामों पर मुहर लग गई। इनमें अधिकांश वह नाम हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के समर्थक हैं। पार्टी ने टिकट देने का पैमाना तीन अलग-अलग करवाए गए सर्वे के आधार पर तय किया है। जिसके चलते एक दर्जन विधायकों के टिकट कटना सुनिश्चित हो गया है। पार्टी में असंतोष, नाराजगी न बढ़े इसके लिए यह फार्मूला लाया जा रहा है कि जिन वर्तमान विधायकों को घर बैठाया जा रहा है या तो उनके परिजनों को या उनके समाज से जुड़े किसी प्रभावशाली व्यक्ति को विधायक की अनुसंशा पर ही टिकट दिया जा सकता हैै।
गांधी परिवार के युवा करीबियों की पहल ने चौंकाया
कांग्रेस की राजनीति में उभरते मध्यप्रदेश के दो युवा नेता इन दिनों बेहद चर्चा में हैं। गांधी परिवार के निकट माने जाने वाले जीतू पटवारी और कमलेश्वर पटेल स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद तय की गई सूची के अलावा अपने-अपने समर्थकों के नाम सीधे सोनिया गांधी और राहुल गांधी को सौंप आए हैं। उल्लेखनीय है कि कमलेश्वर पटेल हाल ही में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य नियुक्त किया गए थे। वहीं जीतू पटवारी को राहुल गांधी के निर्देश पर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव अभियान समिति उप संयोजक एवं स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य बनाया गया है। सूत्रों की मानें तो कमलेश्वर पटेल ने सीधे सोनिया गांधी को 32 नामों की सूची सौंपी है। जबकि जीतू पटवारी ने 41 से ज्यादा नामों की सूची दी है। इनमें अधिकांश नाम वह हैं जो दिग्विजय-कमलनाथ समर्थकों के विपरीत संबंधित विधानसभा क्षेत्रों मेंय नए राजनीतिक समीकरण बना रहे हैं।
कांग्रेस की राजनीति में इसे चौंकाने वाला कदम माना जा रहा है। बतया गया है कि जब केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान इन दोनों नेताओं द्वारा सौंपी गई सूची का उल्लेख किया गया तो कमलनाथ ने इन नामों पर पुन: सर्वे कराकर रिपोर्ट देने की बात कही। कहा जा रहा है कि इसी कारण से कांग्रेस चुनाव प्रत्याशी चयन की सूची में विलंब हो रहा है। हालांकि पार्टी ने यह दावा किया है कि नवरात्रि के पहले सप्ताह में 150 पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी।