November 28, 2024

हेलीकॉप्टर के साथ उसका किराया भी भर रहा ऊंची उड़ान

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जयपुर.

राजस्थान और मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख पास आ रही है, वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी भी बढ़ रही है। दोनों राज्यों की सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के एलान के बाद इसमें और इजाफा देखने को मिलेगा। चुनावी सभाओं का सिलसिला शुरू होगा, पार्टी के बड़े नेता एक दिन में कई सभाएं  करेंगे। इन सभाओं में आने-जाने के लिए नेताओं को हेलीकॉप्टर की जरूरत होगी। ऐसे में हेलीकॉप्टर के किराए में दोगुने से ज्यादा का उछाल देखने को मिल रहा है।

कुछ महीने पहले जो हेलीकॉप्टर एक घंटे के लिए 1.5 लाख रुपये में किराए पर मिल रहा था। आज उसका किराया 3-4 लाख रुपये प्रति घंटा पहुंच गया है। बड़ी पार्टी और उनके नेताओं ने चुनावी सभाओं के लिए हेलीकॉप्टर बुक कर लिए हैं। ऐसे में इनकी मांग ज्यादा है, जबकि उपलब्धता कम है। इसलिए भी हेलीकॉप्टर के किराए की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देश में 350 से 400 हेलीकॉप्टर हैं। इनमें से अभी 25 से 30 हेलीकॉप्टर केदारनाथ यात्रा पर लगे हुए हैं। यात्रा समाप्त होने के बाद इन हेलीकॉप्टरों भी चुनावी कार्यक्रमों में लगाया जा सकता है।    

हेलीकॉप्टर उड़ान में लगातार हो रहा इजाफा
राजस्थान में सितंबर के बाद से चार्टेड हेलीकॉप्टर की उड़ानों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई में उड़ान की संख्या 398 थीं जो अगस्त में 445 हो गईं। वहीं, सितंबर महीने में 945 उड़ान दर्ज की गई थीं। अक्टूबर महीने में यह आंकड़ा 2000 के करीब पहुंच सकता है। चुनावी महीने नंवबर में इससे और अधिक इजाफा होने का अनुमान जताया जा रहा है।   

हेलीकॉप्टर की डिमांड लगातार बढ़ रही
एसआरएस चोकर्स हब प्राइवेट लिमिटेड और महाकाल एविएशन के निदेशक संदीप शर्मा ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के चुनाव के बीच हेलीकॉप्टर की डिमांड लगातार बढ़ रही है। ऐसे समय में सभी हेलीकॉप्टर चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त रहते हैं। प्रमुख सीटों पर हेलीकॉप्टर की ज्यादा मांग रहती है।

हेलीकॉप्टर के सियासी मायने भी जानिए
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में हेलीकॉप्टर को लेकर एक क्रेज रहता है। चुनाव प्रचार के दौरान हेलीकॉप्टर देखने के लिए लोग उत्साहित रहते हैं। ऐसे में इन्हें देखने के लिए भी हजारों की भीड़ जुटती है। इस कारण से भी पार्टी के बड़े नेता हेलीकॉप्टर के जरिए चुनावी सभाओं में पहुंचते हैं। दूसरा एक कारण ये भी है कि चुनावी संग्राम में पार्टी के बड़े नेताओं को एक दिन में कई सभाएं करनी होती हैं। ऐसे में समय बचाने के लिए भी हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जाता है।

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