ओबेरॉय रियल्टी की दूसरी तिमाही में बिक्री बुकिंग 17 प्रतिशत घटकर 965 करोड़ रुपये रही
ओबेरॉय रियल्टी की दूसरी तिमाही में बिक्री बुकिंग 17 प्रतिशत घटकर 965 करोड़ रुपये रही
नई दिल्ली
रियल एस्टेट कंपनी ओबेरॉय रियल्टी की चालू वित्त वर्ष की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में बिक्री बुकिंग 17 प्रतिशत घटकर 965 करोड़ रुपये रही। कंपनी की पिछले साल समान अवधि में बिक्री बुकिंग 1,156 करोड़ रुपये थी।
ओबेरॉय रियल्टी द्वारा शेयर बाजार को दी जानकारी के अनुसार, जुलाई-सितंबर अवधि में 151 इकाइयों की बुकिंग हुई, जबकि एक साल पहले समान अवधि में 132 इकाइयों की बुकिंग हुई थी। यानी कंपनी की बिक्री बुकिंग इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में 2,20,828 वर्ग फुट रही, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 2,33,947 वर्ग फुट थी।
चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में कंपनी ने 261 इकाइयों की बुकिंग की, जबकि एक साल पहले समान अवधि में 296 इकाइयों की बुकिंग की थी। यानी अप्रैल-सितंबर में उसने 3,66,716 वर्ग फुट की बुकिंग की, जो एक साल पहले की अवधि में 4,78,892 वर्ग फुट रही थी।
सरकार ने तांबे के उत्पादों, ड्रम, टिन कंटेनर के लिए अनिवार्य गुणवत्ता मानदंड किए जारी
सरकार ने घटिया वस्तुओं के आयात पर अंकुश लगाने और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए तांबे के उत्पादों, ड्रम और टिन कंटेनर के लिए अनिवार्य गुणवत्ता मानदंड जारी किए हैं।
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा दो अलग-अलग अधिसूचनाएं ड्रम व टिन (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश 2023, और तांबा उत्पाद (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश 2023 जारी किए गए। इन दो आदेशों के तहत वस्तुओं का उत्पादन, बिक्री, व्यापार, आयात और भंडारण तब तक नहीं किया जा सकता जब तक कि उन पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) का चिह्न न हो।
डीपीआईआईटी ने कहा कि ये आदेश इस अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख से छह महीने पर प्रभावी होंगे। तांबे तथा इसकी मिश्र धातुओं का इस्तेमाल बिजली उत्पादन, बिजली पारेषण, दूरसंचार, विद्युत सर्किट और कई उपकरणों में किया जाता है। इसलिए तांबे के उत्पादों को सर्वोत्तम गुणवत्ता का होना चाहिए और किसी भी कीमत पर शुद्धता से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
इस आदेश के अंतर्गत तांबे के नौ उत्पादों में विद्युत अनुप्रयोगों के लिए तार की छड़ें शामिल हैं, कंडेनसर व हीट एक्सचेंजर्स के लिए ठोस तांबे व तांबे की ट्यूब, फ्रीज तथा एयर कंडीशनिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली तांबे की ट्यूब भी इसके तहत आती हैं।
विभाग ने कहा,'' घरेलू लघु/सूक्ष्म उद्योगों की सुरक्षा के लिए, क्यूसीओ गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के सुचारू क्रियान्वयन, व्यापार करने में आसानी को सुनिश्चित करने के लिए, लघु/सूक्ष्म उद्योगों को समयसीमा के संबंध में छूट दी गई है, लघु उद्योगों को अतिरिक्त तीन महीने और सूक्ष्म उद्योगों को अतिरिक्त छह महीने का समय दिया गया है।''
इसी तरह ड्रम और टिन का उपयोग मूल रूप से कई अलग-अलग प्रकार के जहरीले, ज्वलनशील तथा खतरनाक पदार्थों के भंडारण और परिवहन के लिए किया जाता है। अपशिष्ट प्रबंधन, स्वास्थ्य देखभाल और खाद्य सेवाओं सहित उद्योगों में इनका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। विभाग ने कहा कि इसलिए यह जरूरी है कि किसी भी प्रकार के रिसाव, मिलावट तथा आग से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ड्रम और टिन अच्छी गुणवत्ता के होने चाहिए।
आदेशानुसार, ''डीपीआईआईटी, बीआईएस और हितधारकों के परामर्श से क्यूसीओ को अधिसूचित करने के लिए प्रमुख उत्पादों की पहचान कर रहा है। इसके तहत 318 उत्पाद मानकों को कवर करने वाले 60 से अधिक नए क्यूसीओ को तैयार करना शुरू किया गया है।''
बीआईएस अधिनियम के प्रावधान का उल्लंघन करने पर पहली बार अपराध करने पर दो साल तक की कैद या कम से कम दो लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है। दूसरी बार और उसके बाद के अपराधों पर जुर्माना बढ़कर न्यूनतम पांच लाख रुपये हो जाएगा और माल या वस्तुओं के मूल्य के 10 गुना तक बढ़ जाएगा। उपयोगकर्ताओं और निर्माताओं के बीच गुणवत्ता संवेदनशीलता विकसित करने के लिए विभाग द्वारा क्यूसीओ के विकास सहित विभिन्न पहल की जा रही हैं।
पीक XV ने 13 स्टार्टअप के साथ पेश किया कोहोर्ट-9
उद्यमों के लिए पूंजी उपलब्ध कराने वाली कंपनी पीक XV ने 13 नए उद्यमों के साथ कोहोर्ट-9 को जारी करने की घोषणा की। सिकोइया इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया के अमेरिका स्थित अपनी मूल कंपनी सिकोइया कैपिटल से अलग होने के बाद कोहोर्ट-9 उनकी पहली पेशकश है। समूह में भारत, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया की विविध कंपनियां शामिल हैं जो फिलहाल कंपनी निर्माण पर केंद्रित 16-सप्ताह के कार्यक्रम में जुटी हैं।
पीक XV की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ''कोहोर्ट-9, कंपनी के लिए कई मायने में मील का पत्थर साबित होगी। सिकोइया इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया के पीक XV को नया आकार देने के बाद यह उसका पहला कदम है। कंपनी ऑस्ट्रेलिया स्थित स्टार्टअप को शामिल करने के साथ एशिया-प्रशांत में विस्तार कर रही है।'' इससे कंपनी के कार्यक्रम सर्ज को बल मिलेगा।
सर्ज के तहत कई स्टार्टअप ने पिछले पांच वर्षों में वित्त कोष के जरिए कुल दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक जुटाए हैं। पीक XV के प्रबंध निदेशक राजन आनंदन ने कहा, ''हम अपने महत्वाकांक्षी संस्थापकों के साथ नवाचार में अग्रणी होने के लिए उत्सकु हैं। उभरती प्रौद्योगिकियों में नई जमीन तैयार करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर रहे हैं।''