‘भारत जोड़ो यात्रा’ किलोमीटर 12 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश से होकर गुजरेगी
नई दिल्ली
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' का लोगो लॉन्च कर दिया गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा सात सितंबर से शुरू होगी। कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' कैंपेन का पर्चा लॉन्च करते हुए वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बताया कि यह यात्रा 12 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश से होकर गुजरेगी।
मंगलवार को दिल्ली में स्थित पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह ने 'भारत जोड़ो यात्रा' का लोगो लॉन्च किया। इस दौरान बताया गया कि 7 सितंबर कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत होगी। करीब 3500 किलोमीटर की लंबी यात्रा होगी, 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश से होकर गुजरेगी और सभी राज्यों में भारत जोड़ो यात्रा का आयोजन भी होगा।
सात सिंतबर को कन्याकुमारी से शुरू होगी यह यात्रा
यह भी जानकारी दी गई कि इस कैंपेन का नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी करेंगे। 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से यह यात्रा शुरू होगी और 12 राज्यों से होते हुए जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी। खास बात यह है कि यात्रा में कांग्रेस का झंडा नहीं दिखेगा। इसके बदले तिरंगा दिखेगा। कांग्रेस के इस कैंपेन के बारे में दिग्विजय सिंह ने बताया कि 'भारत जोड़ो यात्रा' का मकसद- इस देश में बने नफरत के माहौल को मिटाना है।
उदयपुर के नवसंकल्प शिविर में पारित हुआ था प्रस्ताव
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि भारतीय संविधान के विपरीत व्यवस्था काम कर रही है, महंगाई-बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। उसी को लेकर उदयपुर के नवसंकल्प शिविर में भारत जोड़ो यात्रा का प्रस्ताव पारित हुआ था। मालूम हो कि इस यात्रा को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा था कि ये समय है- एकजुट होने का, भारत को जोड़ने वाली ऐतिहासिक यात्रा के साथ जुड़ने का। आइए, #BharatJodoYatra के साथ जुड़िए और भारत को एकता के सूत्र में पिरोइए।
जयराम रमेश बोले- कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं
कैंपेन के बारे में जानकारी देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बताया कि कल जो बैठक हुई उसमें समाजवादी संगठन थे, लोहियावादी संगठन थे, वामपंथ से जुड़े हुए संगठन थे, कांग्रेस समर्थक थे, कांग्रेस के आलोचक भी थे। इनमें काफी संगठन हमारे विरोध में थे, ये सब संगठन समझ गए हैं कि कांग्रेस के सिवा कोई विकल्प नहीं है। उल्लेखनीय हो कि सोमवार को राहुल गांधी ने दिल्ली में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सामाजिक संगठनों के साथ एक बैठक की थी।