November 24, 2024

हनी ट्रैप में फंस पाकिस्तान की ‘हसीना’ को भेज रहा था सामरिक सूचनाएं, बॉर्डर से एक युवक गिरफ्तार

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बीकानेर.

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर सामरिक महत्व की सूचना सोशल मीडिया के जरिए साझा करने का मामला सामने आया है। इस मामले में राजस्थान इंटेलिजेंस की टीम ने बीकानेर जिले के बॉर्डर एरिया से सटे आनंदगढ़ गांव के रहने वाले जासूस नरेंद्र कुमार (22) को गिरफ्तार किया है। आरोपी दो महिला पाक एजेंट के संपर्क में था।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस एस सेंगाथिर ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अपनी महिला एजेंट के जरिए हनी ट्रेप के माध्यम से मुख्यतः सैनिकों, पैरा मिलिट्री, रक्षा, जलदाय विभाग, विद्युत विभाग, रेलवे के कर्मचारी, वैज्ञानिकों, सेना के राशन सप्लायर्स, ठेकेदारों और बॉर्डर क्षेत्र के स्थानीय निवासियों को निशाना बनाते हैं। राजस्थान इंटेलिजेंस की टीम द्वारा ऐसी गतिविधियों की निगरानी की जाती है। एडीजी सेंगाथिर ने बताया- निगरानी के दौरान सामने आया कि आरोपी नरेंद्र कुमार सोशल मीडिया के माध्यम से इन महिला एजेंट के संपर्क में रहकर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र की सामरिक महत्व की सूचनाओं साझा कर रहा है। जिसे डिटेन कर जयपुर में विभिन्न एजेंसियों द्वारा पूछताछ की तो उसने बताया कि वह 2 साल से फेसबुक पर 'पूनम बाजवा' के नाम से संचालित अकाउंट के संपर्क में है। पूनम ने खुद को भटिंडा निवासी बताते हुए बीएसएफ में डाटा एंट्री ऑपरेटर पद पर तैनात होने की बात कही थी।

पूनम ने नरेंद्र से दोस्ती कर शादी का प्रलोभन दिया और अपने व्हाट्सएप नंबर देकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित संवेदनशील सूचनाए जैसे सड़क, पुल, बीएसएफ पोस्ट, टावर, आर्मी की गाड़ियों की फोटोग्राफ, प्रतिबंधित स्थान के फोटोग्राफ और वीडियो प्राप्त करती रही। पाकिस्तानी महिला एजेंट के कहने पर एक व्हाट्सएप ग्रुप में बॉर्डर क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों को भी जोड़ा गया। एडीजी इंटेलीजेंस ने बताया कि जासूस नरेंद्र पिछले कुछ समय से एक अन्य महिला पाक हैंडलर के संपर्क में भी था। महिला ने अपना नाम सुनीता और खुद को एक मीडिया संस्थान का पत्रकार बताते हुए नरेंद्र से बॉर्डर क्षेत्र की सामरिक जानकारी प्राप्त की। आरोपी के मोबाइल की जांच में भी इसके कई सबूत मिले। जिसके बाद उस पर केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

एडीजी सेंगाथिर ने बताया कि पाकिस्तान की महिला एजेंट भारत के मोबाइल नंबर से सोशल मीडिया अकाउंट ओपन कर सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं को निशाना बनाती है। भारतीय मोबाइल नंबर होने के कारण उन पर किसी को शक नहीं होता। खासकर युवा इन महिलाओं के हनी ट्रैप में फंस कर सामरिक महत्व की सूचनाओं को साझा कर देते हैं।

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