किसानों, मज़दूरों के जेब में पैसा गया तो उद्योग और व्यापार भी बढ़ा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
”हर सेक्टर पर ध्यान देना होगा तभी ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपटा जा सकता है”
मुख्यमंत्री श्री बघेल फ़ेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए
रायपुर,
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अटल नगर नवा रायपुर स्थित एक निजी होटल में आयोजित फ़ेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के 58वें वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान फेडरेशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण हुआ। यहाँ FADA के 36वें नेशनल प्रेसिडेंट के रूप में श्री मनीष राज सिंघानिया ने शपथ ग्रहण किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों से किसानों, मज़दूरों के जेब में पैसा गया तो उद्योग और व्यापार भी बढ़ा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि तीन सौ साल पहले से लेकर अब तक बहुत कुछ बदला है और बीते एक शतक में तेज़ी से बदलाव आया है। बैलगाड़ी के दौर से लेकर अब तेज रफ़्तार गाड़ियों का दौर आ चुका है। शुरुआत दौर में जीप और ट्रक के एवरेज हुआ करते थे लेकिन जैसे-जैसे पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमतें बढ़ती गईं, ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी परिवर्तन हुआ। स्टील की जगह फ़ाइबर का इस्तेमाल होने लगा। अधिक एवरेज वाली गाड़ियों को बनाने पर ज़ोर दिया गया। इस बीच ग्लोबल वार्मिंग की बात होने लगी। ग्लोबल वार्मिंग के लिए इंडस्ट्री के अलावा ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी एक बड़ा कारण माना गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर के सामने हमेशा चुनौतियाँ रही हैं। वैश्वीकरण ने बहुत-कुछ बदला। इस बीच ऑटोमोबाइल के टाइप से लेकर उनके लिए अवधि का भी निर्धारण हुआ। कोरोना ने भी इस सेक्टर के व्यवसाय का काफ़ी हद तक प्रभावित किया। अब इलेक्ट्रिक व्हीकल एक चुनौती है लेकिन परिस्थितियाँ बदली हैं तो नए अवसर भी बने हैं। पहले जहाँ गिनती की गाड़ियाँ होती थीं, आज बाज़ार में एक ही कंपनी की अनेक वैरायटी मौजूद हैं। जितना परिवर्तन इस शतक में आया है, उतना कभी नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि “मुझे ख़ुशी है कि देश के सफलतम डीलर्स मेरे सामने बैठे हैं। उन्होंने बताया कि बीते तीन साल में परिवहन क्षेत्र में टैक्स ग्रोथ पर कई बार उनसे सवाल हो जाता है कि क्या सरकार ने टैक्स बढ़ा दिया है, जिस पर उनका जवाब होता है कि गाड़ियों की बिक्री बढ़ी है, जिससे टैक्स कलेक्शन बढ़ा है और गाड़ियों की बिक्री बढ़ने के पीछे वजह लोगों के जेब में पैसा होना रहा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि राजस्व में बड़ा योगदान खदान, आबकारी, ज़मीन रजिस्ट्री और परिवहन जैसे सेक्टर का होता है। उन्होंने कहा सरकार बनने के बाद ऐसी नीतियाँ और योजनाएँ लागू की गईं, जिससे किसान, मजदूर, गरीब से लेकर हर वर्ग के जेब में पैसा गया। किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके इसके लिए समर्थन मूल्य के साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना लाकर आदान सहायता प्रदान की गई। कोरोना में जब देशभर में कामकाज बंद थे तब भी छत्तीसगढ़ में मनरेगा का काम चालू रखा गया ताकि मजदूर वर्ग के लोगों के जेब में पैसा जाता रहे और वे अपनी ज़रूरतें पूरी कर पाएँ। उन्होंने बताया कि ज़मीन के लिए निर्धारित कलेक्टर गाइडलाइन के दर को 30 प्रतिशत तक कम किया गया, जिससे ज़मीन की ख़रीदी-बिक्री बढ़ी और रजिस्ट्री अधिक होने से राजस्व बढ़ा। इससे रियल इस्टेट सेक्टर को भी फ़ायदा पहुँचा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोई भी क्षेत्र हो, जितनी सुविधा दी जाएगी उतना उत्पादन बढ़ेगा लेकिन ग्राहकों के जेब में पैसा होना भी ज़रूरी है तभी उत्पाद को उपभोक्ता मिल पाएँगे। उन्होंने बताया कि धान के साथ मिलेट्स और लघु वनोपजों की क़ीमत छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा है। बीते साढ़े तीन साल में सरकार द्वारा ख़रीदे जाने वाले लघु वनोपजों की संख्या सात से बढ़ाकर 65 कर दी गई है, इससे लघु वनोपजों पर निर्भर वनवासी भी आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दंतेवाड़ा के सुदूर इलाक़े में जहां कभी एक साइकिल की डीलरशिप नहीं होती थी वहाँ आज ट्रैक्टर के चार शो-रूम हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में रियल इस्टेट, सराफा, टैक्सटाइल से लेकर हर सेक्टर में ग्रोथ है। वहीं मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मवेशी पूरे देशभर में एक बड़ी समस्या के रूप में थे लेकिन इसका समाधान कोई नहीं खोज रहा था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गोधन न्याय योजना को आवारा मवेशियों की समस्या का समाधान निकालने समेत ग्रामीणों की आय बढ़ाने के माध्यम बनाया। राज्य में अब तक 79 लाख क्विंटल गोबर ख़रीदी हो चुकी है जिससे वर्मी कम्पोस्ट बनाए जा रहे हैं और इन वर्मी कम्पोस्ट को खेतों में जैविक खाद के रूप में उपयोग किया जा रहा है। इससे छत्तीसगढ़ जैविक कृषि की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा जैविक कृषि से उत्पादित फसल जहां शरीर को बीमारियों से बचाकर सेहतमंद रखेगी तो रासायनिक उर्वरकों से होने वाली ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि इंडस्ट्री या ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर में परिवर्तन करके ही हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को ख़त्म नहीं कर सकते। इसके लिए सभी सेक्टर में काम करने की आवश्यकता है।
इस मौक़े पर मुख्यमंत्री ने फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के सभी निर्वाचित पदाधिकारी को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं साथ ही फेडरेशन के कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।