धनतेरस पर क्यों खरीदते हैं झाड़ू, वजह है बहुत खास, जरूर रखें ध्यान
धनतेरस कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है और इस दिन झाड़ू खरीदने का विशेष महत्व होता है। धनतेरस को धन त्रयोदशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान धनवंतरी और मां लक्ष्मी के साथ धन के देवता कुबेरजी की पूजा की जाती है। इस दिन सोने-चांदी के अलावा बर्तन खरीदने की भी परंपरा है। इसके साथ ही इस दिन घर में झाड़ू खरीदकर लाना बहुत ही शुभ होता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदकर घर में लाने से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं और आपके घर में वास करती हैं। इसके पीछे ऐसा कहा जाता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदकर लाने से आपके घर में साल भर बरकत रहती है और कभी भी धन की कमी नहीं होती। आइए इस बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।
धनतेरस पर क्यों खरीदी जाती है झाड़ू?
धनतेरस पर सोना-चांदी बर्तन के साथ ही अधिकांश लोग हर साल झाड़ू भी खरीदकर लाते हैं। मत्स्य पुराण में इस संबंध में बताया गया है कि झाड़ू मां लक्ष्मी का प्रतीक है और इसे धनतेरस के दिन घर में लाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होकर आपके घर में वास करती हैं। कहते हैं धनतेरस के दिन झाड़ू घर में लाने से आपको पूरे साल हर कार्य में सफलता मिलती है और आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। सभी प्रकार की आर्थिक परेशानियां दूर रहती हैं। इस दिन आपको फूल झाड़ू और सींक की झाड़ू दोनों खरीदकर लानी चाहिए। ध्यान रखें कि कभी भी इन दोनों झाड़ुओं को एक साथ न रखें।
धनतेरस पर इन बातों का रखें ध्यान
- धनतेरस पर झाड़ू खरीदकर लाने के बाद सबसे पहले मां लक्ष्मी की पूजा करें और उसके बाद झाड़ू पर सफेद धागा बांध दें। ऐसा करने से आपके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
- ध्यान रखें कि झाड़ू को सदैव ही साफ हाथ से छुएं। भूलकर भी अपवित्र शरीर से झाड़ू को स्पर्श न करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और आप आर्थिक संकट से घिरने लगते हैं।
- झाड़ू को कभी भी खड़ा करके न रखें। ऐसा करना अशुभ मानते हैं। इसे हमेशा सही तरीके से रखें।
- घर में झाड़ू सदैव ऐसे स्थान पर रखनी चाहिए कि कभी भी बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति को झाड़ू नजर नहीं आनी चाहिए।
- धनतेरस से पहले साफ-सफाई करने के साथ ही पुरानी झाड़ू घर से हटा देनी चाहिए। पुरानी झाड़ू हटाकर उसके स्थान पर नई झाड़ू रखें।