संकल्प योजना के माध्यम से युवाओं का सुनहरा भविष्य बनाया जाएगा: कलेक्टर रत्नाकर झा
कलेक्टर झा ने युवाओं को विभिन्न टेªडों/सेवा क्षेत्रों का प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए
डिंडौरी
जिले के बेरोजगार युवाओं को संकल्प योजना से जोड़कर उनका सुनहरा भविष्य बनाया जाएगा। जिला/जनपद स्तरीय रोजगार मेलों का आयोजन कर युवाओं को संकल्प योजना और कैरियर काउंसलिंग के बारे मे जानकारी दी जाएगी। युवाओं को पाॅलिटेक्निक काॅलेज, आईटीआई, प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की टेªडों/सेवा क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे युवा वर्ग प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकें। कलेक्टर रत्नाकर झा मंगलवार को सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अरूण कुमार विश्वकर्मा, महात्मा गांधी नेशनल फेलो कौशल विकास मंत्रालय भारत सरकार विशाल पीपलदेह, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान श्री राघवेन्द्र मिश्रा, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र दिनेश बरकड़े, प्राचार्य आईटीआई रमेश मरावी, जिला योजना अधिकारी ओ.पी. सिरसे, सहायक महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्रीमती राधिका कुसरो, परियोजना समन्वयक एनआरएलएम श्रीमती मीना परते सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर रत्नाकर झा ने कहा कि जिले के युवाओं को कैरियर/स्वरोजगार/सेवा क्षेत्रों के बारे में जानकारी दें। युवाओं को कौशल विकास/सेवा क्षेत्रो में जाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें आईटीआई द्वारा संचालित कम्प्यूटर, इलेक्ट्रिशियन, फिटर, डीजल मैकेनिक, बेल्डर एवं टर्नर जैसे ट्रेडो प्रशिक्षण दें। जिससे युवा वर्ग प्रशिक्षण प्राप्त कर शासकीय/अशासकीय औद्योगिक क्षेत्रों में जाॅब कर सकेंगे। युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्हें स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए शासन की योजनाओं के बारे में जानकारी दें। युवाओं को आईटीआई, पाॅलिटेक्निक काॅलेज और कौशल विकास केन्द्र में प्रवेश दिलाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करें, जिससे इच्छुक युवा वर्ग प्रशिक्षण प्राप्त कर सके।
कलेक्टर झा ने बताया कि युवाओं के लिए सेवा क्षेत्र में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने युवाओं को हुनरमंद बनाने को कहा, जिससे उनके कार्याें में गुणवत्ता आ सके। कलेक्टर झा ने युवाओं को नर्सिंग डोमेस्टिक वर्कर, ड्राईवर, आॅपरेटर, कारपेंटर, वेल्डर, सिलाई जैसे कार्याें के लिए प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। जिससे युवा वर्ग अपने कौशल का विकास कर स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकें। कलेक्टर झा ने कहा कि डिंडौरी जिले में कृषि के क्षेत्र में रोजगार के अवसर हैं। किसानों को व्यापारिक खेती, फलों की खेती, फूलों की खेती, सब्जी की खेती, औषधीय खेती करने के लिए प्रेरित किया जाए। किसान तकनीकी खेती कर सके, इसके लिए उन्हें कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जाए। कलेक्टर झा ने विकासखण्ड स्तर पर कस्टम हाॅयरिंग सेंटरों की स्थापना करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर झा ने युवाओं के लिए स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए उन्हें पशु पालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन, बकरीपालन और सुअरपालन जैसे व्यवसायों के बारे में जानकारी देने के निर्देश दिए। जिससे हितग्राही शासन की योजनाओं का लाभ उठाकर रोजगार स्थापित कर सकें। कलेक्टर झा ने बैठक में लकड़ी उद्योग को बढावा देने को कहा। उन्होंने जिले में दरवाजे, खिड़की, आलमारी, टेबल, कुर्सी, सोफा, पलंग इत्यादि तैयार करने के लिए कुशल कारीगरों का चयन करने के निर्देश दिए। जिससे स्थानीय बाजार में डिंडौरी जिले का ही उत्पादन विक्रय हो सके। कलेक्टर झा ने युवाओं को रोजगार के लिए उन्हें परिवहन सेवा से जोडने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवा वाहन खरीदकर परिवहन सेवा में रोजगार प्राप्त कर सकता है।