धौलपुर में थाने में धरने पर बैठे निर्दलीय प्रत्याशी खिलाड़ीलाल बैरवा
धौलपुर.
बसेड़ी विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी खिलाड़ी बैरवा एवं कांग्रेस प्रत्याशी संजय जाटव में जुबानी जंग अब पुलिस तक पहुंच गई है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के समर्थकों के खिलाफ तहरीर देकर पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा समर्थकों के साथ थाना परिसर में धरने पर बैठ गए हैं।
वहीं, पुलिस पर कांग्रेस प्रत्याशी से मिलकर समर्थकों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाते हुए एसएचओ को सस्पेंड करने तथा एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए हैं। पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद भी बसेड़ी विधायक अपनी मांग पर अडिग हैं और धरने पर बैठे हुए हैं। बता दें कि सोमवार को बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा के पुत्र शनि बैरवा ने कांग्रेस प्रत्याशी के परिवारजनों के खिलाफ पथराव और फायरिंग कर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाते हुए गाड़ी के शीशा तोड़ने की नामजद एफआईआर पुलिस में दर्ज कराई थी। वहीं, पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी समर्थक महिला ने विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा, समर्थक रामखिलाड़ी जाटव, डॉ. रविन्द्र सहित 20-25 लोगों पर प्रचार के दौरान अभद्रता एवं छेड़छाड़ करने की एफआईआर पुलिस में दर्ज करा दी। पुलिस में झूठी एफआईआर दर्ज होने के बाद विधायक एवं समर्थकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए रोष प्रकट किया। वहीं, एसएचओ को सस्पेंड करने की मांग करने लगे।
एफआईआर दर्ज करना पुलिस का कर्तव्य
पुलिस थाना परिसर में बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा को समर्थकों संग धरना पर बैठने पर पुलिस अधिकारियों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि अगर कोई व्यक्ति पुलिस में तहरीर देता है तो पुलिस का पहला कर्तव्य है कि एफआईआर दर्ज कर तथ्यों की जांच की जाए, उसका विरोध करना बिल्कुल गलत है।
सीओ की कोशिश नाकाम, एसपी को बुलाने की मांग पर अडे़
सरमथुरा का पुलिस थाना मंगलवार सुबह राजनीति का अखाड़ा बन गया। थाना परिसर में बसेड़ी विधायक के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही सीओ रविराज सिंह पुलिस थाने पर पहुंच गए तथा विधायक को समझाने का प्रयास किया। आखिर में डीएसपी की कोशिश नाकाम साबित हुई तथा विधायक एसपी के बुलाने की मांग पर समर्थकों संग धरने पर बैठे रहे।