छठ के लिए 1 हजार से ज्यादा घाट बनाने की तैयारी- मंत्री आतिशी
नईदिल्ली
बुराड़ी की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में आज दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी और विधायक संजीव झा पहुंचे. वहां उन्होंने छठ घाटों का निरीक्षण किया. यहां पर एक पुराना स्थाई छठ घाट बना हुआ है. उसके साथ में दो और नए घाट तैयार किया जा रहे हैं. दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने बताया कि श्रद्धालुओं की आस्था पानी में खड़े होकर छठ पूजा करने में सबसे ज्यादा पूर्वांचलों में होती है और वहीं दिल्ली में ज्यादातर लोग यमुना किनारे छठ पूजा कर अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं, लेकिन यमुना में छठ पूजा प्रतिबंध होने के चलते छठ व्रत करने वाले श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं. उसी को देखते हुए वह खुद दिल्ली के हर एक छठ घाट का निरीक्षण कर रही हैं और जल्द ही छठ घाट दिल्ली में बनकर तैयार हो जाएंगे. वहीं छठ पूजा होने के बाद उनमें से कुछ अस्थाई छठ घाटों को स्थाई घाट बनाने की योजना पर विचार विमर्श किया जाएगा, ताकि हर साल होने छठ पर्व पर छठ श्रद्धालुओं की चिंताएं न बने.
मनोज तिवारी पर लगाया आरोप
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने यूपी सरकार पर आरोप लगाया कि यूपी सरकार दिल्ली की यमुना नदी के पानी को रोक देती है. दिल्ली की यमुना का पानी रुक जाता है. वहीं कलंदी कुंज के पास लगे बैराज से होकर गुजरने वाले पाने की तेज जल धारा के चलते यमुना में कालिंदी कुंज के पास झाग बन जाते हैं, जिसे BJP वाले अमोनिया की मात्रा बातें हुए यमुना को प्रदूशित बताते हुए ओछी राजनीति करते हैं. वहीं मंत्री आतिशी ने आरोप लगाते हुए मनोज तिवारी को भी घेरा. आतिशी ने कहा कि दिल्ली में छठ पर्व को लेकर दिल्ली सरकार करीब 1000 से ज्यादा घाट बनाने की तैयारी कर रही है, लेकिन ऐसे में सांसद मनोज तिवारी कालिंदी कुंज यमुना में होने वाले झाग को लेकर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. परंतु वही खुद छठ पर्व को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं. आतिशी ने कहा कि वही अभीतक पूर्वांचलियों की आस्था भरे छठ पर्व को राजनीति के ऐंगल से देखते हैं. परंतु वह खुद सांसद होने के बावजूद किसी भी छठ घाट का निर्माण नहीं करवा रहे.
छठ में हो रही राजनीति
फिलहाल आपको बता दें राजधानी दिल्ली में अब छठ पर्व पर्व नहीं बल्कि एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है. ऐसे में जरूरत है की छठ पर्व के इस माहपर्व के मौके पर सभी राजनीतिक पार्टी राजनीति भुलाते हुए छठ पर्व करने वाले श्रद्धालुओं के लिए घाटों का इंतजाम कराए ताकि सभी श्रद्धालु सही तरीके से छठ पर्व को मना सकें.