September 27, 2024

छठ कर रही मां का उजड़ा कोख, घाट पर डूबने से बेटे की चली गई जान, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

0

आदित्यपुर
सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर में छठ के दिन ही हृदय विदारक दुर्घटना हो गई। छठ कर रही एक मां का कोख उजड़ गया। आखिर अवैध बालू खनन माफिया के कारण कुलुपटांगा छठ घाट पर एक मां का कोख उजड़ ही गया।

यह दुर्घटना आरआईटी थाना क्षेत्र की है।
मार्ग संख्या 11 जनता फ्लैट निवासी युवक रविवार को दोपहर करीब 12 बजे की है। युवक अपने दोस्तो के साथ कुलुपटांगा स्थित खरकई नदी के तट पर घाट बनाने गया था, जहां उसकी मां को छठ करना था। घाट बनाने के बाद अपने दोस्तों के साथ नदी में स्नान करने लगा। इसी दौरान वह गहरे पानी में चला गया, जब तक उसके दोस्त कुछ समझते तब तक वह डूबने लगा।

नहीं था जिला प्रशासन का गोताखोर
हैरत की बात है कि जिला प्रशासन ने हर घाट पर गोताखोर उपलब्ध कराने की बात कही थी, लेकिन वहां जिला प्रशासन का गोताखोर मौजूद नहीं था। युवक नदी में डूबता रहा। उसके दोस्त युवक को बचाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन आगे कोई नहीं आया।
इसके बाद मौके पर मौजूद छठ पूजा समिति के लोगों ने कुछ स्थानीय युवकों की मदद से युवक को निकाला, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा के साथ पूजा समिति के लोग युवक को लेकर टीएमएच ले गए, लेकिन चिकित्सकों ने देखते ही युवक को मृत घोषित कर दिया।

ग्रामीण बालू माफिया पर लगा रहे आरोप
इस घटना का आरोप बालू माफिया पर लगाया जा रहा है, जिन्होंने लगातार अवैध तरीके से बालू का उत्खनन कर नदी में बड़े-बड़े गड्ढे बना दिए हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि इस घाट पर बीते एक साल से बालू माफिया लगातार अवैध उत्खनन कर रहे है। शनिवार को इस मामले से अधिकारियों को अवगत कराया गया था, लेकिन उपायुक्त समेत किसी भी अधिकारी ने इस घाट का निरीक्षण नहीं किया। कुलुपटांगा छठ घाट पर बालू माफिया ने शनिवार को भी अवैध उत्खनन किया।

गजिया बराज से छोड़ा गया था पानी
कई दिनों से बारिश नहीं होने की वजह से नदी में पानी कम था। छठ व्रतियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने शनिवार को गाजिया बराज से पानी छोड़ा था, जिससे नदी का जल स्तर बढ़ गया था। वहीं, बालू उत्खनन के कारण नदी में जगह-जगह बड़ा गड्ढा बन गया है। इसकी वजह से युवक की डूबने से मौत हो गई।

तीन बहनों में इकलौता था मृतक कुंदन
मृत 23 वर्षीय कुंदन तीन बहनों का इकलौता भाई था। बेटा छठ घाट बनाने गया था। इधर, मां दउरा सजा रही थी और इसी बीच उनके घर में बुरी खबर आई। पिता रविंद्र पांडे पेशे से पुजारी है।

डीसी-एसपी से लगाई गई थी गुहार
सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और एसपी विमल कुमार शनिवार को ही आदित्यपुर के छठ घाटों का निरीक्षण करने आए थे। स्थानीय नागरिकों ने डीसी-एसपी से गुहार लगाई कि एक बार कुलुपटांगा छठ घाट देख लें, लेकिन वे नहीं आए। दोनों अधिकारी मार्ग संख्या 7 स्थित छठ घाट से लौट गए थे। लोग अधिकारियों से कल गुहार लगा रहे थे कि सर, कुलुपटांगा छठ घाट को बालू माफिया ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। जलस्तर बढ़ने के बाद यहां का घाट खतरनाक हो जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *