हलाल सर्टिफिकेशन के फर्जीवाड़े पर बड़े एक्शन की तैयारी, UP STF को सौंपी गई जांच
लखनऊ
गैरकानूनी तरीके से हलाल प्रमाण पत्र दे रही कंपनियों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में दर्ज मामले की जांच अब यूपी एसटीएफ करेगी। स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि कमिश्नरेट पुलिस इस प्रकरण से जुड़ी एफआईआर और अन्य दस्तावेज तत्काल एसटीएफ को उपलब्ध करा दें।
स्पेशल डीजी ने अपने आदेश में एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश को यह भी कहा है कि वह इस प्रकरण की विवेचना के लिए तत्काल एक टीम बना दे। साथ ही इस प्रकरण की प्रगति के बारे में समय-समय पर पुलिस मुख्यालय को भी अवगत कराया जाए। इस प्रकरण में 17 नवम्बर की रात को हजरतगंज कोतवाली में भाजपा युवा मोर्चा के अवध क्षेत्र के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने दर्ज करायी थी। एफआईआर में चेन्नई की हलाल इंडिया प्रा. लि., दिल्ली की जमीयत उलेमा हिन्द हलाल ट्रस्ट, मुम्बई स्थित हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया, जमीयत उलेमा व अन्य को नामजद किया गया है।
इन पर आरोप है कि ये फर्जी दस्तावेजों से हलाल सर्टिफिकेट के नाम पर जुटाई जा रही करोड़ों की अवैध कमाई से आतंकवादी संगठनों और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की फंडिंग की जा रही है। यह भी आरोप लगा है कि ये कंपनियां एक धर्म विशेष के ग्राहकों को मजहब के नाम से कुछ उत्पादों पर हलाल प्रमाण पत्र प्रदान कर उनकी बिक्री बढ़ाने के लिए आर्थिक लाभ लिया जा रहा है। ये कंपनियां बिना किसी अधिकार के ही प्रमाण पत्र दे रही थी।
पुलिस ने बंद की अपनी जांच
इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह ने रविवार को इस मामले में एफआईआर लिखाने वाले शैलेन्द्र के बयान लिये थे। साथ ही कई लोगों को नोटिस देने की तैयारी कर ली थी। सोमवार को यह नोटिस भेजी जानी थी लेकिन अब जांच एसटीएफ को जाने से पुलिस ने अपनी कार्रवाई रोक दी है।