4 दिन के लिए बंद हुई इजरायल-हमास की जंग… 30 बच्चों समेत 50 बंधकों की होगी रिहाई, 150 फिलिस्तीनी भी छूटेंगे
तेलअवीव
इजरायल हमास युद्ध के 47 दिन बाद आखिर सीजफायर हो गया है. अब कुछ ही घंटे में गाजा में तोप-बंदूक और फाइटर जेट्स की आवाजें बंद हो जाएंगी. एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में इजरायली कैबिनेट ने हमास के साथ जंग में सीजफायर को मंजूरी दे दी है. इसके एवज में हमास इजरायल के 50 बंधकों को छोड़ेगा. हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल में अचानक हमला कर लगभग 240 बंधकों को किडनैप कर लिया था.
इजरायल सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार अगले 4 दिनों में हमास इन बंधकों को रिहा करेगा. इस इजरायल की ओर से हमला पूरी तरह से बंद रहेगा. रिपोर्ट के अनुसार हमास जिन बंधकों को रिहा करेगा उनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इन्हें 10 से 12 के समूह में रिहा किया जाएगा.
तेल अवीव की मीडिया के अनुसार जिन लोगों को रिहा किया जाएगा उनमें 30 बच्चे, 8 माएं और 12 महिलाएं शामिल हैं.
इजरायल ने कहा, "इजरायली सरकार सभी अपहृत लोगों को घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है. आज रात, सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी, जिसके तहत कम से कम 50 इजरायलियों को जिन्में महिलाओं और बच्चे शामिल हैं, को चार दिनों की अवधि में रिहा किया जाएगा, इस दौरान लड़ाई में शांति रहेगी."
हर 10 बंधकों की रिहाई के बदले 1 दिन बढ़ जाएगा सीजफायर
इजरायल ने इसके आगे कहा है कि हमास अगर 10 और बंधकों को छोड़ता है तो सीजफायर की मियाद एक दिन और बढ़ जाएगी. बता दें कि अभी हमास के पास इजरायल के 240 बंधक मौजूद हैं. यानी कि अगर हमास 50 के अलावा 10 और इजरायली बंधकों को छोड़ता है तो इजरायल अपनी ओर से सीजफायर को एक दिन और बढ़ा देगा.
बता दें कि लगभग 7 हफ्तों से चली आ रही जंग में युद्धविराम कराने के लिए कतर में लगातार कूटनीतिक हलचलें चल रही थीं. इसमें कतर के अलावा अमेरिका भी शामिल है. राष्ट्रपति बाइडेन ने इस युद्धविराम को संभव कराने में अहम रोल निभाया है.
150 फिलिस्तीनी भी होंगे रिहा
सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि 50 बंधकों के बदले में इजरायल 150 फिलिस्तीन बंधकों को भी रिहा करेगा. हालांकि इजरायल सरकार की ओर से जारी बयान में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. सीजफायर की शर्तों अभी भी अस्पष्टता की स्थिति है.
खबर है कि ये ऐसे फिलिस्तीनी हैं जिन्में महिलाएं और नाबालिग शामिल हैं. इनमें से ज्यादातर वेस्ट बैंक और पूर्वी जेरुशलम के रहने वाले हैं. ये लोग इजरायल की जेलों में बंद थे. इजरायल ऐसे 150 लोगों को वापस लौटने की अनुमति दे रहा है.
जंग जारी रहेगी
इजरायल सरकार ने यह भी कहा कि IDF और इजरायल की सेना हमास का सफाया करने तक और बंधक बनाए गए इजरायलियों की वापसी तक जंग जारी रखेगी.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने कैबिनेट की मीटिंग शुरू होने से पहले कहा- आज रात हमारे सामने एक कठिन फैसला लेना है, लेकिन ये सही फैसला है.
कैबिनेट मीटिंग के दौरान विपक्ष ने सरकार को आगाह किया कि इस डील से हमास की कैद में मौजूद सभी बंधकों को छुड़ाने की इजरायल की काबिलियत पर नकारात्मक असर पड़ेगा. इसके अलावा हमास को मिटाने के इजरायल के मिशन को और भी जटिल बना देगा. विपक्ष ने कहा कि एक बार जंग को अस्थायी रुप से रोकने के बाद इसे फिर से शुरू करने में कई दिक्कतें आएंगी.
प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि IDF युद्धविराम की मियाद खत्म होते ही और बंधकों के वापस आते ही फिर से जंग शुरू करेगा.
नेतान्याहू ने कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं. हम युद्ध में हैं और तब तक युद्ध में बने रहेंगे जब तक हम अपने सभी उद्देश्यों, हमास को नष्ट करने और अपने सभी बंदियों और लापता लोगों को वापस पाने में सफल नहीं हो जाते." उन्होंने कहा कि हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि गाजा में ऐसी कोई इकाई नहीं होगी जो इजरायल को धमकी देगी.