November 24, 2024

नए मुकाम पर शेयर बाजार… पहली बार BSE की मार्केट वैल्यू 4 ट्रिलियन डॉलर के पार

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मुंबई

भारतीय इक्विटी मार्केट में खरीदारों के ज़बरदस्त रुझान से भारतीय बाज़ारों का मार्केट कैपिटल बढ़ गया है. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 29 नवंबर को पहली बार रिकॉर्ड 4 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया.
बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (market capitalisation) 83.31 की विनिमय दर पर 333 लाख करोड़ रुपये या 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया. वर्ष की शुरुआत से यह 600 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है.

मई 2007 में बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों ने 1 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल किया और इसे दोगुना होने में 10 साल से अधिक का समय लगा. जुलाई 2017 में मार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया. इस बीच, बीएसई एम-कैप ने मई 2021 में 3 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा छू लिया था.

दुनिया में 5वां सबसे वैल्यूएवल मार्केट
4 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा के मार्केट कैप के साथ ही भारतीय शेयर बाजार  (Indian Share Market) दुनिया में पांचवां सबसे मूल्यवान मार्केट बन गया है. इससे ऊपर अमेरिका, चीन, जापान और हॉन्ग-कॉन्ग के शेयर बाजार हैं. बीते दो सालों में भारतीय शेयर बाजार तेज रफ्तार से आगे बढ़ा है और कम समय में नया मुकाम हासिल कर लिया है. 

पांच सबसे मूल्यवान शेयर मार्केट

देश                     मार्केट वैल्यू
अमेरिका             48 ट्रिलियन डॉलर 
चीन                   10.7 ट्रिलियन डॉलर
जापान                5.5 ट्रिलियन डॉलर 
हॉन्ग कॉन्ग          4.7 ट्रिलियन डॉलर 
भारत                 4.1 ट्रिलियन डॉलर

इकोनॉमी के साथ तेजी से भाग रहा शेयर बाजार 
एक ओर जहां भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है और वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ, एसएंडपी समेत तमाम रेटिंग एजेंसियों ने भारत की इस तेज रफ्तार पर भरोसा भी जताया है. वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार में जारी तेजी पर नजर डालें तो दो साल पहले मई 2021 बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 3 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचा था और अब इसने 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा भी पार कर लिया है. 

इंडियन इकोनॉमी से ज्यादा वैल्यू
भारतीय अर्थव्यवस्था की बात करें तो ये करीब 3.7 ट्रिलियन डॉलर है और इस आंकड़े के साथ भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. वहीं BSE का मार्केट कैप इससे 0.4 ट्रिलियन डॉलर ज्यादा हो गया है. हालांकि, रैंकिंग के मामले में इंडियन इकोनॉमी और भारतीय शेयर मार्केट दोनों ही पांचवें पायदान पर काबिज हैं. इस साल की शुरुआत से 29 नवंबर 2023 तक BSE MCap में 600 अरब डॉलर से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है. 

Sensex ने इस साल मचाया धमाल
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स (BSE Sensex) इस साल अब तक 5,540.52 अंक या 9.10 फीसदी तक बढ़ चुका है, इसके प्लेटफॉर्म पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) लगभग 50.81 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है. बीएसई के मार्केट कैपिटलाइजेशन में बीते 20 साल में 33 गुना बढ़ोतरी देखने को मिली थी, सितंबर 2003 में ये 10 लाख करोड़ रुपये था. दूसरी ओर शेयर बाजार के दूसरे इंडेक्स निफ्टी-50 (Nifty-50) ने भी इस साल नए कीर्तिमान स्थापित किए और 20 सितंबर 2023 को 20,000 का आंकड़ा पार किया था.  

ऐसा रहा बीएसई का सफर 
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30-शेयरों वाले बेंचमार्क सेंसेक्स ने इसी साल 15 सितंबर 2023 को 67,927.23 के अपने ऑल टाइम हाई लेवल को छुआ था. वहीं बीएसई के मार्केट कैप में आए उछाल पर नजर डालें तो 6 जून 2014 को ये 1 ट्रिलियन डॉलर से 1.5 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचा था और इस मुकाम पर पहुंचने में 2,566 दिनों या 7 साल लगे थे. इसके बाद 10 जुलाई 2017 को ये 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया और 16 दिसंबर, 2020 को 2.5 ट्रिलियन और मई 2021 में ये 3 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया था. 

अडानी ग्रुप के शेयरों का मार्केट कैप बढ़ाने में योगदान

अडानी के 10 स्टॉक्स ने मंगलवार को जबरदस्त रैली दी थी. इस रैली के दम पर मार्केट में 1.2 लाख करोड रुपए जोड़े. अलग-अलग एक्सचेंज से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि अब भारतीय बाजार 4 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैपिटल के साथ दुनिया का पांचवां सबसे मूल्यवान बाज़ार है.

अडानी एंटरप्राइजेज अडानी टोटल गैस जैसे शेयरों ने मंगलवार को जबरदस्त तेज़ी दिखाई थी. आज बुधवार को इन स्टॉक्स में बायर सेंटिमेंट देखे जा रहे हैं.

बुधवार को अडानी टोटल गैस के शेयर 15 प्रतिशत बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं. अडानी इंटरप्राइसेस मे भी एक प्रतिशत की तेज़ी है. अडानी ग्रीन में भी 4 प्रतिशत की तेज़ी दर्ज की जा रही है. एनडी टीवी के शेयरों में 3 प्रतिशत की बढ़त है. याने लगातार दूसरे दिन अडानी स्टॉक्स का शो जारी है.

भारतीय बाज़ारों में बुधवार को सुबह से ही तेज़ी देखी जा रही है. 30 कंपनियों वाला सेंसेक्स 500 अंक चढ़कर 66,680 के स्तर पर पहुंच गया. 15 सितंबर को सेंसेक्स रिकॉर्ड 67,927.23 पर पहुंच गया था। बेंचमार्क अभी भी अपने हाई से कुछ दूरी पर है.

निफ्टी 20 हज़ार के पार

इस बीच निफ्टी 141 अंक से अधिक बढ़कर 20,000 अंक के पार पहुंच गया. इसका इंट्रा-डे हाई 20,043 रहा. हालांकि निफ्टी ने की ओपनिंग 20000 के लेवल के नीचे हुई लेकिन मज़बूती से ट्रेडिंग करते हुए निफ्टी में जबरदस्त मूव दिखाई और 20000 के लेवल को तोड़ दिया. निफ्टी ने 47 ट्रेडिंग सेशन के बाद 20000 के लेवल को तोड़ा. इससे पहले 15 सितंबर 2023 को 20227 का लेवल छुआ था.

यह उछाल फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वालर द्वारा आने वाले महीनों में संभावित दर में कटौती को हरी झंडी दिखाने के बाद आया है.

एफएफआई का बदलता रुख

एफएफआई दो महीनों सितंबर और अक्टूबर में बिकवाली के दौर में थे. उन्होंने भी इस महीने इक्विटी मार्केट में खरीदारी शुरू की है. नवंबर महीने में अब तक शुद्ध एफआईआई खरीदारी 2,901 करोड़ रुपये रही है. इससे बाजार की सकारात्मक धारणा भी बढ़ी है।

कुल मिलाकर 2023 में, एफआईआई ने लगभग ₹ 1 लाख करोड़ के भारतीय शेयर खरीदे हैं, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने ₹ 177.5 लाख करोड़ का निवेश करके डॉलर के पैसे को पीछे छोड़ दिया है.

निवेशक अब इस सप्ताह के अंत में आने वाली दूसरी तिमाही के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों के साथ-साथ पांच राज्यों के चुनाव परिणामों का इंतजार कर रहे हैं, जिनके लिए मतदान का अंतिम दौर 30 नवंबर को पूरा होगा। चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

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