September 22, 2024

प्रदेश में नए साल में कई आईपीएस अफसरों की पदस्थापना में फेरबदल

0

भोपाल

प्रदेश में नए साल में कई आईपीएस अफसरों की पदस्थापना में बदलाव नजर आने वाला है। जनवरी में अफसरों के प्रमोशन के बाद कई डीआईजी और एसपी के तबादले होंगे। उधर, कल हुई डीपीसी के बाद यह बात साफ हो गई कि 2010 बैच के कई अफसर प्रमोशन से वंचित रह जाएंगे।

प्रदेश में अगली सरकार किसी भी दल की बने, लेकिन कुछ डीआईजी और पुलिस अधीक्षकों का हटना लगभग तय है। नई सरकार में ये एक महीने में भी वर्तमान पदस्थापना वाले पद पर काम नहीं करेंगे। वहीं इनकी जगह पर नए अफसरों को भेजा जाएगा। दरसअल एक जनवरी को होने वाली आईपीएस अफसरों की पदोन्नति के बाद सात रेंज के डीआईजी और तीन जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बदलना पड़ेगा। ऐसे में दो दर्जन से ज्यादा अफसर चुनाव परिणाम के एक महीने के भीतर प्रभावित होंगे।

जिलों में एक जनवरी की स्थिति में जो पुलिस अधीक्षक बदले जाने हैं उनमें एसपी खंडवा बीरेंद्र सिंह, एसपी छतरपुर अमित सांघी, एसपी सिंगरौली युसूफ कुरैशी के अलावा इंदौर के डीसीपी मनीष अग्रवाल और निमिष अग्रवाल का नाम इसमें शामिल हैं। इन आधा दर्जन पुलिस अधीक्षकों को एक जनवरी की स्थिति में पदोन्नति मिल जाएगी। जिलों में पदस्थ ये अफसर डीआईजी बन जाएंगे।  खंडवा में बीरेंद्र सिंह का कार्यकाल महज तीन महीने का ही रहेगा, वे अक्टूबर में ही एसपी बनाए गए हैं। इसी तरह अमित सांघी छतरपुर एसपी और सिंगरौली एसपी युसूफ कुरैशी नौ महीने ही इन जिलों में पुलिस कप्तानी कर सकेंगे। इस साल मार्च में दोनों इन जिलों में पुलिस अधीक्षक बनाए गए थे।

ये हो जाएंगे आईजी
खरगौन डीआईजी चंद्रशेखर सोलंकी, डीआईजी उज्जैन अनिल कुमार कुशवाह, आरआरएस परिहार डीआईजी जबलपुर, राजेश कुमार हिंगणकर इंदौर ग्रामीण डीआईजी, मनीष कपूरिया अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर इंदौर, मिथिलेश शुक्ला डीआईजी रीवा, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर भोपाल अनुराग शर्मा भी एक जनवरी को आईजी के पद पर पदोन्नत हो जाएंगे। पदोन्नति एक जनवरी को हो जाएगी, ऐसे में इन अफसरों को यहां से हटाकर उन्हें नई पदस्थापना वाली जगह पर जाना होगा।

डीपीसी होने के बाद भी 2010 बैच के कई अफसर को नहीं मिलेगा प्रमोशन

मंगलवार को हुई आईपीएस अफसरों की डीपीसी के बाद अब यह साफ हो गया है कि वर्ष 2010 बैच के सभी अफसर डीआईजी के पद पर पदोन्नति नहीं पा सकेंगे। पिछले साल भी यही स्थिति बनी थी जब वर्ष 2009 बैच के सभी अफसर डीआईजी नहीं बन सके थे। इस बार भी करीब दस अफसर डीपीसी होने के बाद भी डीआईजी के पद पर एक जनवरी को पदोन्नति नहीं पा सकेंगे।

वर्ष 2010 बैच में  23 अफसर हैं। जबकि डीआईजी से आईजी के पद पर वर्ष 2006 बैच के 11 अफसर पदोन्नत हो रहे हैं। जबकि दो अफसर प्रतिनियुक्ति से वापस आकर आईजी के पद पर पदोन्नत हो जाएंगे। वहीं वर्ष 2009 के आठ अफसर और बाकी के 2010 बैच के चार अफसरों अफसरों को पदोन्नति मिलना एक जनवरी को तय है। इन अफसरों के बाद के अफसरों की स्थिति को लेकर अभी संशय बना हुआ है। हालांकि पुलिस मुख्यालय के अफसरों ने इन 11 के अलावा चार और अफसरों को डीआईजी बनाने के लिए रास्ता निकाला है।

 पुलिस मुख्यालय के अफसर चाहते हैं कि वर्ष 2010 बैच के ज्यादा से ज्यादा अफसर डीआईजी बन जाएं, ताकि उन्हें इस पद की पदोन्नति के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े। वर्ष 2010 बैच के गौरव तिवारी और डी कल्याण चक्रवर्ती अभी प्रतिनियुक्ति पर हैं। जिसका लाभ इस बैच के दो अफसरों को मिल जाएंगा। बाकी के अफसरों को डीआईजी बनने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि पुलिस मुख्यालय इस संबंध में गृह विभाग से पत्राचार कर रहा है कि कुछ और अफसरों को डीआईजी के पद पर एडजस्ट कर लिया जाए, लेकिन पूर्व में भेजा गया प्रस्ताव वापस आ गया है। इसके बाद एक और प्रस्ताव बनाए जाने की चर्चा चल रही है। जिसे जल्द ही तैयार कर भेजा जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed