November 24, 2024

सीएम शिवराज ने कैबिनेट बैठक से पहले की अफसरों से मुलाकात

0

भोपाल

मंत्रालय में गुरुवार को मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की शासकीय नौकरी के 38 साल के कार्यकाल को याद करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य अधिकारियों ने उन्हें विदाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव के रूप में बैंस ने अपनी कर्त्तव्यपरायणता और प्रशासनिक मुखिया के रूप में एक मिसाल पेश की है।

उनकी प्रशासनिक कार्यकुशलता अन्य आईएएस अधिकारियों के लिए प्रेरणादायक है। सीएम ने बैंस के कार्यों को याद करते हुए कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए, समाज और देश के लिए जीना चाहिए…यह बैंस ने कर दिखाया है। बैंस को जो काम सौंपा उन्होंने उसे बिना दबाव और तनाव के उसे पूरा किया। इकबाल सिंह बैंस टास्क मास्टर रहे जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी बेहतर रिजल्ट दिया। सीएम राइज स्कूल, सिटीजन चार्टर और आनंद विभाग उनकी प्रमुख उपलब्धियां रहीं। एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने बैंस का आभार व्यक्त किया।  इस मौके पर नवनियुक्त मुख्य सचिव वीरा राणा का भी वेलकम किया गया। इस मौके पर सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मंत्रालय में प्रमुख अधिकारियों ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के कार्यकाल को याद किया।

वीरा राणा प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव
 भारतीय प्रशासनिक सेवा मध्यप्रदेश कॉडर की 1988 बैच की आईएएस वीरा राणा को प्रदेश के मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वे माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष और कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ यह जिम्मेदारी भी संभालेंगी। पूर्व महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच के बाद वे प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्रालय के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने सेवानिवृत्त हो रहे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को विदाई दी और नवागत मुख्य सचिव का गुलदस्ता देकर स्वागत भी किया।  वीरा राणा का कार्यकाल मार्च 2024 तक है। लेकिन नई सरकार के गठन के बाद मुख्य सचिव पद पर वे लगातार रहेंगी या कोई और मुख्य सचिव बनेगा इसको लेकर अभी भी संशय की स्थिति है।

आगे भी सक्रिय रहूंगा, आनंद विभाग सबसे बड़ी उपलब्धि: इकबाल सिंह
 25 मार्च 2020 को उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव का पदभार संभाला था। तीन वर्ष और आठ माह से अधिक उन्होंने मुख्य सचिव के पद पर काम किया। इकबाल सिंह बैंस ने विदाई के अवसर पर कहा यह एक पड़ाव था कोई अंत नहीं, काम लगातार करते रहेंगे, सक्रियता बनी रहेगी। उन्होंने आनंद विभाग को अपने कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलबिध बताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *