पुजारी को बंधक बना एतिहासिक गणेश मूर्ति को ले गये चोर
बिलासपुर
मंदिरों में भगवान के आभूषण व नगदी चढ़ावे की चोरी करने वाले चोरों ने इस बार पुजारी को बंधक बनाकर एतिहासिक गणेश भगवान की मूर्ति की चोरी कर फरार हो गये।चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी।
चोरी की इस वारदात को चोरों ने मस्तूरी से लगे इटवापाली गांव में अंजाम दिया। गांव के भंवर गणेश की प्राचीन मूर्ति चोरी हो गई है। चोरी करने के पहले आरोपीयों ने स्थानीय पुजारी को पहले बंधक बनाया उसके साथ मारपीट की और मुंह में टेप लगाकर बांध दिया और मूर्ति चोरी कर फरार हो गये। इस घटना की जानकारी मिलते ही सैकड़ों को संख्या में भक्त मंदिर पहुंच गए।
उल्लेखनीय है कि मस्तूरी थाना क्षेत्र में मूर्ति चोर काफी सक्रिय हैं। ग्राम इटवा पंचायत के प्राचीन मंदिर में भंवरगणेश की वर्षों पुरानी एतिहासिक व बेशकीमती मूर्ति चोरी हो गयी। घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है। चोरी के दौरान चोरों ने मंदिर के पुजारी महेश केवट को बंधक बनाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया है। शुक्रवार की सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पूजा पाठ के लिए मंदिर गए तो देखा कि गर्भगृह से मूर्ति गायब है।मंदिर के पुजारी को आरोपियों ने बंधक बनाते हुए उनके हाथ पैर और मुंह को बांध दिया था।
मंदिर से गणेश मंदिर से मूर्ति चोरी की जानकारी पूरे गांव में आग की तरह फैल गई और धीरे-धीरे बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर प्रांगण में पहुंच गए। और चोरी की इस वारदात पर नाराजगी जता रहे थे।वर्षो पुराने मंदिर से भंवर गणेश की मूर्ति चोरी होने की घटना से स्थानीय लोगों व ग्रामीणों में भारी आक्रोश है मन्दिर से पूरे इलाके के लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है।
मूर्ति चोरी की जानकारी मिलते ही पुलिस कप्तान पारुल माथुर सीएसपी गरिमा द्विवेदी सहित घटनास्थल पर पहुंची और वहां का जायजा लिया। छानबीन के लिए पुलिस की डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुँच गई। फोरेंसिक एक्सपर्ट भी साथ में है। पुलिस मंदिर के पुजारी से भी पूछताछ कर रही है।आरोपियों ने 3 फिट ऊंची की करीब 70 किलो से अधिक भारी काले ग्रेनाइट की भंवर गणेश की मूर्ति को औजार से पहले निकालने का प्रयास किया। कोशिश में नाकाम होने की सूरत में चोरों ने बेशकीमती मूर्ति को तोड़कर ले गए।मूर्ति का टूटा हिस्सा मंदिर में ही रह गया।
बताया जाता है कि इस एतिहासिक भगवान गणेश की मूर्ति पहले दो बार चोरी हो चुकी है।2004 में मूर्ति चोरी के आरोप में सिरगिट्टी थाना क्षेत्र से 4 लोगो को पकड़ा गया था। 2007 मे चोरी होने के बाद मूर्ति अपने आप मंदिर पहुंच गई थी।