हाथ में मोबाइल और कंधे पर राइफल, पार्टियों में भी हथियार लेकर जा रहे इजरायली, लड़कियां भी अलर्ट
इजरायल
इजरायल में 7 अक्टूबर को हमास ने भीषण हमला कर दिया था और एक पार्टी में घुसकर उसके आतंकियों ने जमकर कहर बरपाया था। इसमें कई निहत्थे इजरायली युवा मारे गए थे और सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद अब इजरायल में माहौल बदल गया है। एक तरफ इजरायल की सेना गाजा पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है तो वहीं आम लोग भी हर तरह से तैयार हैं। 7 अक्टूबर जैसे हमले की स्थिति में वे अपना और परिवार का बचाव कर सकें, इसके लिए इजरायली युवा अब हथियार लेकर चल रहे हैं। यही नहीं नाइट पार्टियों में निकलने वाले लड़के और लड़कियां भी हथियार साथ लेकर चल रहे हैं।
कई तस्वीरें तो ऐसी भी सामने आई हैं, जिनमें लड़कियों के हाथ में मोबाइल है तो वहीं आत्मरक्षा के लिए कंधे पर राइफल भी टांग रखी है। कपल्स भी ऐसे ही हथियार लेकर चलते देखे जा रहे हैं। दरअसल इजरायल में हथियारों के लाइसेंस मिलने के नियम अमेरिका जैसे आसान नहीं रहे हैं। वहां हथियार का लाइसेंस तभी मिलता था, जब किसी को अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत हो या फिर उसकी जान को खतरे का इनपुट हो। पहले इजरायल में हथियारों के लाइसेंस लेने की प्रक्रिया महीनों तक चलती थी, लेकिन अब कुछ दिनों के अंदर ही ऑनलाइन आवेदन को मंजूरी मिल रही है।
इसके चलते इजरायल में बड़ी संख्या में लोग हथियारों के लिए आवेदन कर रहे हैं। इजरायल में हथियारों की दुकानों पर भीड़ है और लोग शूटिंग रेंज में जाकर फायरिंग करना सीख रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि हम इसलिए हथियार चलाना सीख रहे हैं ताकि किसी तरह के आतंकी हमले या मुसीबत की स्थिति में अपनी और परिवार की रक्षा कर सकें। बीते एक महीने में ही इजरायल में हथियारों के डेढ़ लाख आवेदन आ चुके हैं। इससे पहले बीते साल इसी अवधि में महज 42 लोगों ने हथियार के लिए ऐप्लिकेशन दी थी।
इजरायल के पुलिस मंत्री इतामार बेन-ग्विर ने कहा था कि हमारे यहां हथियारों को लेकर ढील देना ठीक नहीं है। इससे देश में यहूदी और अरब लोगों के बीच आंतरिक संघर्ष बढ़ सकता है। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है। बता दें कि 7 अक्टूबर के हमले के बाद ही इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि हम नागरिकों को प्रोत्साहित करेंगे कि वे हथियार रखें और खुद को आत्मरक्षा के लिए तैयार रखें।