अयोध्या एयरपोर्ट को डेली मॉनिटर कर रहे हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, PM मोदी करेंगे उद्घाटन और शुरू हो जाएगी फ्लाइट
लखनऊ
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या एयरपोर्ट दिसंबर 2023 के अंत तक तैयार हो जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन में हिस्सा लेंगे। इस महीने के अंत तक अयोध्या एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से प्रतिदिन इसकी निगरानी कर रहा हूं। इसके तैयार होते ही पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। फ्लाइट भी उसी दिन चलेगी। सिंधिया ने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अयोध्या हवाई अड्डे के निर्माण का निरीक्षण किया। एक चार्ट तैयार किया गया है और चाहे वह विंडो ग्लेज़िंग हो, फॉल्स सीलिंग हो, एटीआर उपकरण हो, हिंडोला हो, मैं डेली इसकी स्थिति पर नज़र रख रहा हूं।
पीएम मोदी ने गुरुवार को यूपी के सीएम योगी के साथ बैठक में हवाई अड्डे की प्रगति की समीक्षा की और राम मंदिर के उद्घाटन के बाद आगंतुकों की वृद्धि को समायोजित करने के लिए अयोध्या में अतिरिक्त आकर्षण बनाने का सुझाव दिया। 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। उद्घाटन के लिए प्रतिनिधियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए अयोध्या में तैयारियां जोरों पर हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, वह 50 विदेशी देशों से एक-एक प्रतिनिधि को आमंत्रित करने की योजना बना रहे हैं।
एयरपोर्ट का 85 फीसदी से अधिक निर्माण कार्य पूरा
अयोध्या के जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि जनवरी 2024 में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले दिसंबर तक अयोध्या में हवाई यातायात सेवाएं शुरू हो जाएंगी। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का 85 फीसदी से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट पर तेज गति से कार्य चल रहा है। पहले चरण के सभी कार्यों को दिसंबर 2023 तक पूरा कर एयरक्राफ्ट का संचालन शुरू करा दिया जाएगा। एयरपोर्ट के सभी कार्यों को तीन चरणों में किया जाना है। इसके लिए परियोजना में शामिल कुल 821 एकड़ भूमि अधिग्रहीत कर एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंप दी गई है। एयरपोर्ट के पहले चरण में 2200 मीटर लंबे व 45 मीटर चौड़े रनवे का कार्य शत–प्रतिशत पूरा हो चुका है। भविष्य में रनवे को 3750 मीटर तक बढ़ाए जाने की योजना है। इसके लिए भी भूमि अधिग्रहण कर लिया गया है।