बुंदेलखंड एवं बघेलखंड के जिलों को मिलेगी ईएसआई अस्पतालों की सौगात – श्रम मंत्री सिंह
भोपाल
आंध्रप्रदेश के तिरुपति में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित "नेशनल लेबर कॉन्फ्रेंस" में श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह शामिल हुये। उन्होंने मध्यप्रदेश कर्मचारी राज्य बीमा निगम की स्वतंत्र स्वायत्तशासी सोसायटी के गठन में विभागीय मंत्री की भूमिका के निर्णय के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम नई दिल्ली को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्रमिकों ने प्रदेश को स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। केंद्र और प्रदेश सरकार उनके उत्थान के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
मंत्री सिंह ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव से वन्य-प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 में पन्ना टाइगर रिजर्व में एनएच-75 के हरसा मोड़ से सलैया मोड़ तक मार्ग उन्नयन के लिए गंगऊ अभयारण्य की 2.79 हेक्टेयर वनभूमि मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण पन्ना को देने अनुरोध किया, जिससे ग्रामीणजन का आवागमन सुगमता से हो। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एवं बघेलखंड में ईएसआई मेडिकल कॉलेज और पन्ना में कर्मचारी राज्य बीमा सेवाओं के नवीन अस्पताल की स्वीकृति मिली है। पन्ना में नवीन श्रमोदय आवासीय विद्यालय भी खोला जाएगा। नवीन श्रमोदय विद्यालय से पन्ना के पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ उनका सर्वांगीण विकास होगा।
श्रम मंत्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकारों द्वारा "स्वास्थ्य से समृद्धि" कार्यक्रम में ईएसआई अस्पतालों से मजदूरों को दी जाने वाली सुविधाओं में सुधार, श्रम न्यायालयों से जुड़े नये श्रम कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन और एकीकृत पोर्टल से लाइसेंस, पंजीकरण, विवरणिका, निरीक्षण आदि को सरलीकृत करने का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा को सार्वभौमिक बनाने और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने, केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार द्वारा संचालित ऑन बोर्डिंग सामाजिक सुरक्षा योजना के लिए श्रम पोर्टल को एकीकृत भी किया जायेगा।
मंत्री सिंह ने बताया कि कि सम्मेलन में लगाई गई प्रदर्शनी में श्रम कल्याण, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा देखभाल, व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक सुरक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के बेहतर उपयोग के लिए एआई और ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को बेहतर तरीके से दिखाया गया। कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली एवं राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के श्रम मंत्री और श्रम सचिव शामिल हुये। "नेशनल लेबर कॉन्फ्रेंस" को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया।