उपेंद्र कुशवाहा ने 8 लोकसभा सीट पर दावा ठोका, 3 राज्य जीतने से और ताकतवर हुई बीजेपी कितना भाव देगी?
पटना
लोकसभा चुनाव 2024 में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए सभी पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक दी है। भारतीय जनता पार्टी ने एनडीए के सहयोगी दलों के साथ मिलकर बिहार की सभी 40 सीटों पर कब्जा जमाने का दावा किया है। हालांकि अभी तक एनडीए में सीट शेयरिंग पर कोई चर्चा खुलकर नहीं हुई है। यह तय नहीं हुआ है कि एनडीए में शामिल किस पार्टी के खाते में कितनी लोकसभा सीटें जाएंगी। इस बीच उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेडी ने लोकसभा की आठ सीटों पर दावा ठोक दिया है। उधर तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज कर चुकी बीजेपी की उर्जा बढ़ी हुई है। ऐसे में राजनीतिक गलियारे में यह सवाल उठने लगा है कि कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा कितना भाव देती है।
दरअसल, पटना में सोमवार को कुशवाहा की पार्टी रालोजद की लोकसभा आम चुनाव की तैयारी को लेकर मीटिंग हुई। माना जा रहा है कि पार्टी ने चुनाव की सीरियस तैयारी शुरू कर दी है। बैठक में बिहार के 8 लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रभारी की नियुक्ति कर दी गई है। बैठक में एनडीए में इन सीटों को लेकर अपना दावा भी किया गया। लेकिन, कुशवाहा की पार्टी की ओर से सभी बिहार की सभी लोकसभा सीटों पर एनडीए की जीत का संकल्प भी दोहराया गया है।
किस लोकसभा में कौन प्रभारी
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता ई. शंभूनाथ सिन्हा ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के निर्देश पर लोकसभा क्षेत्र झंझारपुर में चन्दन बागची, सुपौल में रमेश मेहता, मुंगेर में दीपक वर्मा, वाल्मीकिनगर में सुभाष सिंह कुशवाहा, सीतामढ़ी में ठाकुर धर्मेन्द्र सिंह, जहानाबाद में अजय कुशवाहा, काराकाट में सुकुल राम एवं सीवान में रामपुकार सिन्हा प्रभारी बनाए गए है। ई. सिन्हा ने बताया कि जनसभाओं के माध्यम से लोगों को गोलबंद करने की तैयारी है।
कहा गया है कि इन आठ लोकसभा क्षेत्रों में कुशवाहा की पार्टी 2024 के लोक सभा चुनाव के पहले बड़ी रैली करेगी। राष्ट्रीय महासचिव ने बताया कि बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत के लिए उपेंद्र कुशवाहा और हमारी पार्टी के तमाम लोग संकल्प ले चुके हैं। अब उस संकल्प को जमीन पर उतारने के लिए काम शुरू हो गया है। हमारी पार्टी के कार्यकर्ता इसमें अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। लेकिन अभियान के प्रथम चरण में इन आठ लोकसभा सीटों पर पार्टी फोकस करेगी। इन क्षेत्रों में पार्टी की ओर से गहन जनसंपर्क एवं बड़ी रैलियों का निर्णय लिया है।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा के 2014 के लोकसभा चुनाव में काराकाट से विजयी हुए थे। हालांकि 2019 में हार गए और दूसरे नम्बर पर रहे। सीतामढ़ी और जहानाबाद की सीटों पर 2014 के चुनाव में कुशवाहा की उस समय की पार्टी रालोसपा की जीत हुई थी। झंझारपुर, सुपौल, मुंगेर, वाल्मीकिनगर और सिवान की सीटों पर 2019 में जदयू ने जीत दर्ज किया। इन सीटों पर उपेंद्र कुशवाहा की नजर है और पार्टी अपने स्तर पर क्षेत्र में काम भी कर रही है।