डोनाल्ड ट्रंप के घर में मिले गोपनीय दस्तावेजों के 14 बक्से, अखबारों और पत्रिकाओं के साथ कर दिया था मिक्स
वॉशिंगटन
अमेरिका के विवादित पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अपने राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद व्हाइट हाउस से गोपनीय दस्तावेजों के 15 बक्से लेकर भागने का आरोप लगा है और इसीलिए अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित निवास स्थान मार-ए-लागा पर छापेमारी की थी। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने छापे में मिले सामानों का खुलासा कर दिया है और कहा है, कि डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस ने 15 बक्से गोपनीय दस्तावेज लेकर चले गये थे। डोनाल्ड ट्रंप के आवास पर 8 अगस्त को एफबीआई ने छापेमारी की थी, जिसके बाद अब छापेमारी में क्या सामान मिले हैं, उसका खुलासा किया गया है।
भारी संख्या में गोपनीय दस्तावेज मिले
शुक्रवार को जारी एक एफबीआई के हलफनामे के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की फ्लोरिडा स्थिति प्रॉपर्टी से बरामद किए गए 15 बक्सों में से चौदह बस्सों में वर्गीकृत दस्तावेज मिले हैं, जिनमें से कई शीर्ष दस्तावेजों को अखबारों, पत्रिकाओं और विविध समाचार पत्रों के साथ मिला दिया था, ताकि उनका पता नहीं चल पाए। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा है कि, डोनाल्ड ट्रंप के आवास मार-ए-लागो एस्टेट में ऐसा कोई स्थान नहीं था, जहां पर इस तरह के गोपनीय दस्तावेजों को रखा जा सके। आपको बता दें कि, अमेरिकी अदालत के आदेश के बाद जस्टिस डिपार्टमेंट ने डोनाल्ड ट्रंप के आवास से मिले सामानों की लिस्ट जारी की है। एफबीआई ने अपनी छापेमारी को लेकर 32 पन्नों का हलफनामा जारी किया है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप के आवास से गोपनीय दस्तावेजों की बरामदगी की बात कही गई है। वहीं, एफबीआई की तरफ से जारी हलफनामे में गवाहों के नाम छिपा दिए हैं, ताकि उनकी पहचान का खुलासा नहीं हो पाए।
नये कानूनी संकट में फंसे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप अब नये कानूनी संकट में फंस गये हैं और एफबीआई की तरफ से कोर्ट में डोनाल्ड ट्रंप के आवास पर छापेमारी को लेकर हलफनामा दिया गया है, ताकि वारंट हासिल किया जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक, इस हलफनामे में कई अहम सवालों के जवाब मिल सकते हैं, जैसे व्हाइट हाउस छोड़ते वक्त डोनाल्ड ट्रंप क्या क्या गोपनीय दस्तावेज लेकर चले गये, जिन्हें ले जाने का अधिकार उन्हें नहीं था। वहीं, इस हलफनामे में इस बात का भी जिक्र किया गया है, कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप और उनके अधिकारियों ने व्हाइट हाउस छोड़ते वक्त उन गोपनीय दस्तावेजों को देश के राष्ट्रीय अभिलेखागार में और रिकॉर्ड ब्यूरो में क्यों नहीं जमा करवाए। ऐसा माना जा रहा है कि, इस कानूनी पचड़े में फंसने के बाद डोनाल्ड ट्रंप, जो 2024 राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनने की कोशिश में हैं, उनकी इस कोशिश को तगड़ा झटका लग सकता है।
गोपनीय दस्तावेजों पर लापरवाही
एफबीआई एजेंट ने हलफनामे के पहले पृष्ठ पर लिखा, "सरकार अनधिकृत स्थानों में वर्गीकृत जानकारी के अनुचित निष्कासन और भंडारण के साथ-साथ सरकारी रिकॉर्ड को अवैध रूप से छिपाने या हटाने के संबंध में एक आपराधिक जांच कर रही है।" वहीं, पहले सार्वजनिक किए गए दस्तावेजों से पता चलता है, कि एफबीआई एजेंट कई संघीय कानूनों के संभावित उल्लंघनों की जांच कर रहे हैं, जिसमें एक जासूसी अधिनियम के तहत रक्षा जानकारी जमा करने, उन्हें प्रसारित करने या ऐसे रखने, जिनसे वो गायब हो सकते हैं, उन्हें नियंत्रित करना है। अन्य क़ानून संघीय जांच में अभिलेखों को छुपाने, विकृत करने या हटाने और अभिलेखों के विनाश, परिवर्तन या मिथ्याकरण को संबोधित करते हैं।