वाराणसी लाभार्थियों से पीएम मोदी का संवाद- गैस चूल्हा आते ही मिट गया अमीरी-गरीबी का फासला
वाराणसी
वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश के सभी लोग विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए समय दे रहे हैं, जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, वाराणसी के सांसद के नाते मेरा भी दायित्व बनता था कि मुझे भी उस कार्यक्रम में समय देना चाहिए। आज मैं सांसद के रूप में, आपके सेवक के रूप में आप ही की तरह इस यात्रा में हिस्सा लेने आया हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत संकल्प यात्रा में बोल रहे थे।
रविवार की शाम दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रदर्शनी में भाग लेने पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे। इसके बाद पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से संवाद किया। पीएम मोदी ने इस दौरान भारत संकल्प यात्रा का मकसद भी समझाया। उन्होंने कहा, हमारे देश में सरकारें तो बहुत आईं, योजनाएं भी बहुत बनीं, बड़ी-बड़ी बातें हुईं और उन सबका निचोड़ मुझे लगा कि सरकार जो योजना बनाती है, जिसके लिए बनाती है, जिस काम के लिए बनाती है वो सही समय पर बिना किसी परेशानी के उस व्यक्ति तक पहुंचे।
पीएम मोदी ने कहा, इस यात्रा का मकसद सरकार द्वारा किए गए हुए हैं या नहीं, जो होना चाहिए था वह हुआ है कि नहीं? इसके बारे में लाभार्थियों से सीधी जानकारी लेना है। पीएम मोदी ने कहा, ये यात्रा मेरी कसौटी है। पीएम मोदी बोले, 2014 में जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनी तो उनका एक ही मकसद था कि गरीबों और जरूरतमंदों तक सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे। लाभार्थियों से संवाद करते दौरान पीएम मोदी ने कहा, पहले मां-बेटियां चूल्हे पर खाना बनाती थीं। इस बारे में पहले की सरकारों ने कभी नहीं सोचा, लेकिन जब उनकी सरकार बनी तो गरीबों और जरूरतमंदों के घर फ्री में गैस सिलेंडर पहुंचाया। घरों में गैस सिलेंडर पहुंचने पर आज लोग कहते हैं कि मेरे घर में गैस का चूल्हा आते ही गरीबी और अमीरी का फासला पूरी तरह खत्म हो गया है।
पहले बच्चे कच्चे घर में रहकर शर्मिंदगी महसूस करते थे, लेकिन आज उनका भी पक्का मकान बन गया है। गरीबों को पक्का घर मिलते ही उनकी जिंदगी आत्मविश्वास से भर गई है। पीएम मोदी बोले, देश में अब तक करीब चार करोड़ परिवारों को पक्का मकान मिला है। योजनाओं का फायदा सही लोगों तक पहुंचा है। ये सभी बातें जब लाभार्थियों के मुंह से सुनते हैं तो लगता है कि उनका जीवन धन्य हो गया है। इतना ही नहीं गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने पर सरकारी मुलाजिम भी अब खुशहाल नजर आते हैं। आज जब सरकारी दफ्तरों में बैठे बाबू जब ये सुनते हैं उनके द्वारा जो फाइल बढ़ाई गई थी उसका जरूरतमंद को लाभ मिला है, ये सुनकर उनमें भी एक नया संतोष पैदा हो जाता है।