November 24, 2024

गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे ने बढ़ाई कांग्रेस की चिंता, आज CWC की बैठक में आनंद शर्मा दिखा सकते हैं तेवर

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 नई दिल्ली।
 
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। आज पार्टी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई है। इस बैठक में 'जी-23' के आनंद शर्मा जैसे नेता आजाद के इस्तीफे का मुद्दा उठा सकते हैं। पार्टी के पदाधिकारियों ने शनिवार को इस बात के संकेत दिए हैं। आपको बता दें कि विपक्षी दल अपने नए अध्यक्ष के चुनाव की तैयारी में भी जुटी हुई है।

आज की बैठक से एक दिन पहले यानी शनिवार को गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने करीब एक घंटे से अधिक समय तक बैठक की। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने शनिवार को आजाद की राहुल गांधी पर किए गए व्यक्तिगत हमले की आलोचना भी की। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि आजाद ने वैध सवाल उठाए हैं। आजाद ने राहुल गांधी पर कांग्रेस के पूरे सलाहकार तंत्र को ध्वस्त करने का आरोप लगाया है और 2014 की चुनावी हार के लिए उन पर दोष मढ़ा है।

सचिन पायलट ने कहा कि जब कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के "कुशासन" से निपटने की तैयारी कर रही है, तब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया। पायलट ने कहा, "आजाद कांग्रेस में रहते हुए 50 से अधिक वर्षों तक विभिन्न पदों पर रहे। देश और पार्टी को लोगों के मुद्दों को उठाने की जरूरत है। यह इस्तीफा अनावश्यक था।"

आपको बता दें कि आजाद के इस्तीफे के साथ ही कांग्रेस ने अपना एक और महत्वपूर्ण चेहरा, जम्मू-कश्मीर में अपने शीर्ष नेता और अपार अनुभव वाले एक दिग्गज को खो दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि "जी23" ने अपने प्रमुख रणनीतिकार को खो दिया है। बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के द्वारा राहुल गांधी पर लगाए गए आरोपों पर गुस्से में प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सचिन पायलट ने कहा कि आजाद के त्यागपत्र में राहुल गांधी को टारगेट कर उन्होंने व्यक्तिगत रूप से बदनाम किया गया है।

वहीं, इंडिया यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा है कि आजाद जहां के भी प्रभारी रहे वहां कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने सवाल किया कि अगर वह राहुल गांधी के फैसलों से नाखुश हैं तो उन्होंने यूपीए सरकार क्यों नहीं छोड़ी। आजाद पर कांग्रेस के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए श्रीनिवास ने यह भी कहा कि उन्होंने उन दोनों मौकों पर सोनिया गांधी को पत्र लिखा जब पार्टी अध्यक्ष की तबीयत खराब थी। आपको बता दें कि सोनिया गांधी इन दिनों मेडिकल चेकअप के लिए विदेश में हैं। उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी हैं।

पिछले तीन वर्षों में कांग्रेस ने युवा और वरिष्ठ दोनों तरह के महत्वपूर्ण नेताओं को खो दिया है। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, हिमंत बिस्वा सरमा, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद, हार्दिक पटेल जैसे नाम भी शामिल हैं, जो कांग्रेस आलाकमान के करीबी माने जाते थे। ये सभी अब भाजपा में हैं। वहीं, कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार, सुनील जाखड़ और अब गुलाम नबी आजाद ने भी अपना रास्ता अगल करने का विकल्प चुनना बेहतर समझा।

 

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