राजस्थान में कैसे कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, सरकार करेगी विचार; PM के ‘वादे’ को पूरा करेंगे भजनलाल
जयपुर.
राजस्थान में नवगठित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पेट्रोल की दरों में 8-10 रुपये प्रति लीटर की कमी कर सकती है। जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया चुनावी वादा पूरा हो जाएगा। सरकार मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करके डीजल की कीमतों में मामूली कटौती पर विचार कर सकती है। एक अधिकारी ने कहा, 'उम्मीद है कि कैबिनेट पूरी होने के बाद राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट की समीक्षा करेगी। इसमें 18 नवंबर को भरतपुर रैली के दौरान राज्य के लोगों से किए गए पीएम मोदी के वादे पर विचार किया जाएगा।'
अधिकारी ने कहा कि सरकार वैट दरों में कटौती की घोषणा करने से पहले संसाधनों पर विचार करेगी क्योंकि राज्य पर पहले से ही 5 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है। वहीं नई सरकार ने 450 रुपए प्रति सिलेंडर पर रसोई गैस उपलब्ध कराने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। बता दें कि एक महीने पहले भरतपुर में, पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस शासित राजस्थान (लगभग 109 रुपए प्रति लीटर) और उसके भाजपा शासित पड़ोसियों उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा (लगभग 97 रुपए प्रति लीटर) में पेट्रोल की कीमतों में असमानता है। उन्होंने कहा था, 'मैं आपको यह आश्वासन दे रहा हूं कि भाजपा सरकार बनने के तुरंत बाद पेट्रोल मूल्य निर्धारण की समीक्षा की जाएगी और जितनी जल्दी हो सके जनहित में निर्णय लिया जाएगा।'
दूसरे अधिकारी ने कहा, 'राजस्थान की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए, पेट्रोल की कीमतों में 8-10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने की गुंजाइश है। डीजल की कीमत में सांकेतिक कटौती से संतुलन बनाया जा सकता है। लेकिन, कैबिनेट गठन के बाद ही इसकी समीक्षा होगी।' इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, जयपुर में पेट्रोल 108.48 रुपए प्रति लीटर बेचा जाता है, जिसकी कीमत उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 96.57 रुपए प्रति लीटर है। अहमदाबाद में इसकी कीमत 96.42 रुपए प्रति लीटर और गुरुग्राम में 97.18 रुपए प्रति लीटर है। जयपुर के पंपों पर डीजल 93.72 रुपये प्रति लीटर, लखनऊ में 89.76 रुपये, अहमदाबाद में 92.17 रुपये और गुरुग्राम में 90.05 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। राज्य शुल्क और अन्य स्थानीय शुल्कों के कारण पेट्रोल और डीजल की दरें अलग-अलग होती हैं। एक राज्य संचालित रिफाइनर के लिए काम करने वाले एग्जीक्यूटिव ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, उच्च वैट और अन्य लेवी के कारण राजस्थान में परिवहन ईंधन की कीमतें तुलनात्मक रूप से अधिक
हैं।
राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04 प्रतिशत वैट और ₹1,500 प्रति किलोलीटर सड़क विकास उपकर और डीजल पर 19.30 फीसदा वैट और ₹1,750 प्रति किलोलीटर सड़क विकास उपकर लगता है। तुलनात्मक रूप से, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पर 19.36 प्रतिशत, या ₹ 14.85, प्रति लीटर वैट, जो भी अधिक हो, लगता है। वहीं और डीजल पर 17.08 फीसदी, या 10.41 रुपए प्रति लीटर, जो भी अधिक हो, लगता है। गुजरात में पेट्रोल पर वैट 13.7 प्रतिशत प्लस 4 फीसदी सेस और डीजल पर वैट 14.9 प्रतिशत प्लस 4 फीसदी सेस है। हरियाणा में, पेट्रोल पर मुख्य कर 18.2 प्रतिशत या 14.50 रुपए प्रति लीटर, जो भी अधिक हो, डीजल पर, यह 16 प्रतिशत या 11.86 रुपए प्रति लीटर, जो भी अधिक हो, लगता है।