अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में दावा- यूक्रेन को समुद्री रास्ते से और हथियार भेज रहा US
वाशिंगटन
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग खत्म होती नहीं दिख रही है। अमेरिका यूक्रेनी सेना को और हथियार मुहैया करा रहा है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस डिफेंस डिपार्टमेंट ने समुद्र के जरिए यूक्रेन को हथियारों की खेप भेजनी शुरू कर दी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि शिप भारी संख्या में हथियार ले जाने में सक्षम हैं। यह जरूर है कि इनकी रफ्तार एयरक्राफ्ट से धीमी है। इस अमेरिकी मदद से यूक्रेन का हथियारों का जखीरा और भी बड़ा हो जाएगा।
फरवरी के अंत में रूस की ओर से यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान शुरू किया गया। अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने बताया कि इसके कुछ हफ्तों बाद ही पेंटागन ने समुद्र के रास्ते यूक्रेन को हथियार भेजना शुरू कर दिया था। हालांकि, समुद्री जहाजों के जरिए पहुंचाई जा रही मदद में हाल के दिनों में तेजी आई है। आर्मी कर्नल स्टीवन पुथॉफ ने कहा कि हम जानते थे कि एक बार अगर हमने एक हथियार देने शुरू किए तो आगे इसकी और भी जरूरत पड़ेगी।
मदद के लिए लगातार हाथ बढ़ा रहा अमेरिका
अमेरिकी रक्षा विभाग ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता के तौर पर 775 मिलियन अमरीकी डॉलर मुहैया कराएगा, जिसमें HIMARS मिसाइल, आर्टिलरी और माइन-क्लियरिंग सिस्टम शामिल हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में यूएस ने यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता के तौर पर 2.98 बिलियन अमरीकी डॉलर के नए पैकेज की घोषणा की थी। साथ ही अमेरिकी रक्षा उद्योग ने कुछ हथियारों के उत्पादन को बढ़ावा देने की भी बात कही है।
परमाणु संयंत्र पर खतरे की चिंता बढ़ी
वहीं, यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के निकट गोलाबारी को लेकर यूक्रेन और रूस के एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। इस बीच संयंत्र से संभावित विकिरण रिसाव के खतरे को लेकर चिंता बढ़ गई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि रूसी सेनाओं ने जैपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के निकट नीपर नदी के उस पार यूक्रेन के कब्जे वाले हिस्सों में मिसाइल और तोप से हमले किए हैं। जबकि, रूस का दावा है कि यूक्रेन की ओर से दागे गए गोले उस इमारत पर गिरे हैं जिसमें परमाणु ईंधन को रखा गया है।