भारत में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, पिछले 24 घंटे में आए 700 से भी ज्यादा नए केस, 5 मरीजों की मौत
नईदिल्ली
भारत में एक बार फिर से कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 24 घंटे में भारत में 797 नए मामलों और 5 मौतों के साथ सात महीनों में सबसे अधिक दैनिक कोविड-19 संक्रमण दर्ज किया गया है। JN.1 वैरिएंट और ठंडे मौसम की स्थिति के कारण दैनिक मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। पिछला शिखर 22 दिसंबर को 752 मामलों का था।
वहीं इसके साथ ही गुरुग्राम के अस्पताल कोविड-19 उप-संस्करण जेएन.1 के लिए अलर्ट पर हैं। देश भर में बढ़ते कोविड-19 सब-वेरिएंट जेएन.1 सक्रिय मामलों को देखते हुए, गुरुग्राम प्रशासन ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।
गुरुग्राम में अब तक ऐसे कुल 12 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि दो लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने गुरुग्राम के सभी अस्पतालों को विशेष रूप से सीओवीआईडी -19 लक्षणों वाले रोगियों के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने का निर्देश दिया है।
1. JN.1 वैरिएंट के सबसे ज्यादा केस केरल में
इन्साकॉग के अनुसार देश में कोरोना के नए सबवैरिएंट JN.1 के कुल 157 केस मिले हैं। इसमें केरल में सबसे अधिक 78 मामले सामने आए हैं, इसके बाद गुजरात में 34 मामले मिले हैं। कई राज्यों में पिछले कुछ हफ्तों में कोविड के मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है और 9 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक वायरस के जेएन.1 उप-स्वरूप के बारे में पता चला है। इन्सकॉग के अनुसार JN.1 के केरल में 78, गुजरात में 34, गोवा में 18, कर्नाटक में 8, महाराष्ट्र में 7, राजस्थान में 5, तमिलनाडु में चार, तेलंगाना में दो और दिल्ली में एक केस मिला है।
2.दिल्ली के अस्पतालों में तेज हुई तैयारियां
राजधानी दिल्ली में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 का मरीज मिलने के बाद सरकारी अस्पतालों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दिल्ली के LNJP अस्पताल में मरीजों के लिए 20 बेड आरक्षित किए गए हैं। अभी तक अस्पताल में एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है। कोरोना के मरीजों के लिए अस्पताल में अलग हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। वहीं दिल्ली के AIIMS में पहले से ही कोविड का वार्ड बनाया गया है।
3. दिल्ली में JN.1 मरीज को अस्पताल से मिली छुट्टी
दिल्ली में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट JN.1 से संक्रमित पहले मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। 52 साल की महिला पूरी तरह से स्वस्थ हैं। महिला इलाज के लिए आईएलबीएस अस्पताल में एडमिट थीं। महिला के संक्रमण को लेकर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उनमें माइल्ड इन्फेक्शन था। किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी, न ही ऑक्सिजन सपोर्ट की जरूरत हुई। इसलिए पैनिक वाली बात नहीं है, लेकिन सभी को अलर्ट रहना चाहिए, भीड़भाड़ में जाने से बचना चाहिए। सौरभ ने कहा कि तीन कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की गई थी, जिसमें से एक में JN.1 का संक्रमण मिला तो अन्य में ओमिक्रॉन के पुराने सब वेरिएंट पाए गए थे। उन्होंने कहा कि JN.1 संक्रमित महिला को छुट्टी मिल जाने के बाद ऐसा कह सकते हैं कि दिल्ली में अभी JN.1 का कोई एक्टिव मरीज नहीं है। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि हमने जितने भी कोविड पॉजिटिव मामले आ रहे हैं, उनकी जीनोम जांच कराने का फैसला किया है। खासकर शुरुआती दौर में सभी पॉजिटिव सैंपल की जीनोम जांच की जाएगी। मंत्री ने कहा बताया कि हमने दिल्ली में कोविड जांच की संख्या बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 636 मरीजों की जांच की गई है।
4. साढ़े पांच महीने बाद फिर फरीदाबाद में कोरोना की एंट्री
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में करीब साढ़े पांच महीने बाद फिर से कोरोना का नया मरीज मिला है। संक्रमित सेक्टर-15 ए में रहने वाला है। स्वास्थ्य विभाग ने मरीज को होम आइसोलेशन में रखा है और उनके संपर्क में आने वाले लोगों को भी आइसोलेशन में रखने के लिए कहा है। उनकी सैंपलिंग की तैयारियां भी स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। जिले में 15 जुलाई के बाद पहली बार गुरुवार को कोरोना का नया मरीज मिलने की पुष्टि की गई है। संक्रमित का विदेश यात्रा व किसी दूसरे संक्रमित के संपर्क में आने का कोई रेकॉर्ड नहीं है। संक्रमित को कोरोना वैक्सीन की तीनों डोज लगी हुई हैं। मरीज कोरोना के किस वैरिएंट से संक्रमित है, इसके लिए उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा गया है। फिलहाल संक्रमित को होम आइसोलेट किया गया है और स्वास्थ्य विभाग की टीम संपर्क में है।
5. पश्चिम बंगाल में 9 महीने बाद कोरोना से एक मौत
पश्चिम बंगाल में 9 महीने से ज्यादा दिनों बाद गुरुवार को कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई। मरीज का कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। उसे कोरोना के अलावा और भी कई बीमारियां थीं। राज्य में कोविड से किसी व्यक्ति की मौत अंतिम बार गत 26 मार्च को दर्ज की गई थी। पश्चिम बंगाल में कोविड संक्रमण के एक्टिव केस 11 हैं, जबकि तीन लोगों को कोविड से रिकवर करने के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिल गई है।