उन्नाव में 82 ग्राम पंचायतों को एफटीटीएच से जोड़ने पर ,PM मोदी ने ओम प्रकाश और गुड़िया की जमकर तारीफ
उन्नाव
मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्नाव के हसनगंज में रहने वाले ओम प्रकाश और गुड़िया का विशेष रूप से उल्लेख किया। दोनों ने डिजिटल इंडिया के माध्यम से लोगों को नई राह दिखाई है। पीएम मोदी ने इनके कार्यों के विषय में भी जानकारी दी। ओम प्रकाश ने फाइबर टू द होम (एफटीटीएच) के जरिए 82 ग्राम पंचायतों को जोड़ने का काम किया है। यही नहीं इस पहल में उन्होंने खुद के रोजगार के साथ 25 और लोगों को भी काम दिया। उन्होंने अपनी आमदनी को डिजिटल इंडिया के इस जरिए से करीब 4 लाख रुपये महीने तक पहुंचा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ओमप्रकाश का नाम लिए जाने पर परिवार में खुशी का माहौल है। परिवार के लोग एक-दूसरे को लड्डू खिलाकर मुंह मीठा करा रहे हैं। ओमप्रकाश ने इस संबंध में प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है। अपने कार्यों के विषय में ओमप्रकाश ने बताया कि फरवरी 2019 में सीएससी वाईफाई चोपाल के माध्यम से एक मिनी ओएलटी सेंटर की स्थापना की गई थी। शुरुआत में 4 एफटीटीएच कनेक्शन से शुरू हुआ काम आज 400 को पार कर चुका है।
30 हजार से 4 लाख तक का किया सफर
ओम प्रकाश ने बताया कि अपनी पत्नी पद्मिनी देवी के साथ सीएससी सेंटर की शुरुआत की थी। नया काम होने के कारण काफी दिक्कतें आई। इस कार्य में क्लस्टर मैनेजर मोहित शर्मा ने भी भरपूर योगदान दिया और पहले ही दिन चार कनेक्शन दिए गए, जो 1 महीने में बढ़कर 40 हो गई। शुरुआत में दो लोगों से काम शुरू किया गया था। आज 25 लोगों को रोजगार मिला है। आमदनी भी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। उन्होंने बताया कि 1 साल के अंदर आमदनी 30,000 से बढ़कर ₹4 लाख प्रति माह हो गई है।
पीएम मोदी को ओम प्रकाश ने कहा- धन्यवाद
ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि जिन गांव में लोग एफटीटीएच के विषय में जानते नहीं थे। वहां पर भी लोग फाइबर के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। सीएससी वाईफाई चोपाल के साथ मिलकर हसनगंज की 82 ग्राम पंचायतों में 405 एफटीटीएच कनेक्शन दिए गए हैं। इसकी देखरेख के लिए लोगों को नौकरी पर भी रखा गया है। प्रधानमंत्री मोदी के जरिए नाम लिए जाने पर ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका नाम इस प्रकार से लिया जाएगा। मेरे कार्यों की सराहना की जाएगी। अब उनका परिवार और मोहल्ले वाले काफी खुश हैं। मिठाइयां बांटकर के खुशियां बांट रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद दिया।