विश्व का सबसे बड़ा कार संयंत्र होगा खरखौदा मारुति का प्लांट
नई दिल्ली
वैश्विक स्तर पर कार बाजार में धूम मचाने वाली जापानी कंपनी मारुति सुजुकी ने हरियाणा के खरखौदा में तीसरा कार उत्पादन संयंत्र लगाया है। खरखौदा के इस संयंत्र में 10 लाख कार सालाना बनाने की क्षमता होगी। हरियाणा के खरखौदा में मारुति सुजुकी का 800 एकड़ में यह दुनिया का सबसे बड़ा कार उत्पादन संयंत्र होगा। इससे पहले मारुति सुजुकी ने गुरुग्राम और मानेसर में दो संयंत्र लगाए हुए हैं।
हरियाणा में यह तीसरा संयंत्र होगा। विश्व स्तरीय एक बड़ी कार कंपनी के एक ही प्रदेश में तीन संयंत्र लगाए जाने बड़े मायने रखते हैं। इससे संंबंधित प्रदेश की निवेश आकर्षण क्षमता के आधार का भी आकलन होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खरखौदा के इस तीसरे संयंत्र का शिलान्यास के बाद अपने संबोधन में हरियाणा की कारोबारी सहूलियत (ईज आफ डूइंग बिजनेस) की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने ईज आफ डूइंग बिजनेस में सुधार करके निवेश आकर्षित किए हैं।
केंद्र की सौगात हैं हरियाणा के विकास का आधार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इस मौके पर बताया कि मारुति सुजुकी के हरियाणा में तीसरे प्लांट लगाने के पीछे पिछले आठ साल में केंद्र द्वारा राज्य के विकास को दी गई कई सौगातों ने भी आधार बनाया। शिलान्यास कार्यक्रम में मनोहर लाल ने केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा को दी गई बड़ी परियोजनाओं का भी जिक्र किया।
इनमें वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर, रेल कोच रिपेयर फैक्ट्री, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे, कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस-वे, बल्लबगढ़-मुजेसर, मुंडका बहादुरगढ़, गुरुग्राम-सिकंदरपुर, फरीदाबाद-बल्लबगढ़ मेट्रो लिंक, रोहतक में देश का पहला एलिवेटिड रेलवे ट्रैक, रोहतक-महम-हांसी रेलवे लाइन और झज्जर स्थित एम्स के परिसर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।
इसी प्रकार, ' हरियाणा आर्बिटल रेल कारिडोर' के रूप में भी केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए एक बड़े प्रोजेक्ट की मंजूरी दी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी इसी तरह केंद्र सरकार का सहयोग हरियाणा को मिलता रहेगा।
चार वर्षों में 40 हजार करोड़ का आया निवेश
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कारोबारी सहूलियत के चलते हरियाणा पिछले कुछ समय में न केवल निवेशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य स्थल के रूप में उभरा है बल्कि राज्य के प्रति निवेशकों का विश्वास भी मजबूत हुआ है। इसी मजबूत विश्वास के चलते राज्य में 2019 के बाद अब तक 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।