भारत न्याय यात्रा का बदला नाम, INDIA के नेताओं को भी मिलेगा न्योता, UP में होगा 1000 KM का सफर
नई दिल्ली
कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में निकलने जा रही भारत न्याय यात्रा का नाम बदल दिया है। अब इसे भारत जोड़ो न्याय यात्रा कहा जाएगा। गुरुवार को हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया, जिसकी जानकारी महासचिव जयराम रमेश ने दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बीते साल 5 महीने तक चली भारत जोड़ो यात्रा से लोग खूब जुड़े थे और यह नाम लोगों के दिलों में बैठ गया था। इसलिए हम नई यात्रा में भी भारत जोड़ो नाम शामिल कर रहे हैं। जयराम रमेश ने कहा, 'महासचिवों, प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों और विधानसभाओं में नेता विपक्ष की मीटिंग में यह फैसला लिया गया।'
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा एक ब्रांड बन गई थी। इसने लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। हमें उसे भुलाना नहीं चाहिए। इस यात्रा ने कन्याकुमारी से श्रीनगर तक का सफर तय किया था और इसका असर दिखा। जयराम रमेश ने इस दौरान भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूटमैप भी पेश किया। उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत हिंसा से प्रभावित मणिपुर की राजधानी इंफाल से 14 जनवरी को दोपहर 12 बजे होगी। इस मार्च का कुल रूट 6700 किलोमीटर लंबा होगा। उन्होंने कहा कि यह 66 दिनों का सफर होगा और डेली दो बार राहुल गांधी का भाषण होगा।
आज की मीटिंग के बाद रूट में एक बदलाव यह हुआ कि इसे अरुणाचल प्रदेश भी ले जाया जाएगा। जयराम रमेश ने कहा कि हमारी चर्चा में यह बात हुई कि अरुणाचल प्रदेश को भी शामिल किया जाए, जो हमारे दिमाग में हमेशा से था। अरुणाचल समेत 15 राज्यों से यह यात्रा गुजरेगी। दरअसल शुरुआती दौर में कांग्रेस ने यात्रा की प्लानिंग अरुणाचल के पासीघाट से गुजरात के पोरबंदर तक के लिए की थी। फिर मणिपुर में हिंसा को देखते हुए कांग्रेस ने प्लान बदला और मणिपुर से मुंबई तक मार्च का फैसला लिया गया। हालांकि भाजपा के एक नेता ने सवाल उठाया था कि क्या चीन को खुश करने के लिए कांग्रेस ने अरुणाचल को छोड़ा है।
इस यात्रा के तहत सबसे लंबा 1000 किलोमीटर का रास्ता यूपी में तय किया जाएगा। इस राज्य से कांग्रेस का महज एक ही सांसद है। ऐसे में उसकी यहां मेहनत कितना असर दिखाएगी, यह देखने वाली बात होगी। पश्चिम बंगाल के 7 जिलों में 523 किलोमीटर का सफऱ रहेगा, जो 5 दिनों तक चलेगा। जयराम रमेश ने कहा कि इस यात्रा में विपक्षी गठबंधन INDIA के सभी नेताओं को बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मार्च के तहत 15 राज्यों के कुल 110 जिलों को कवर किया जाएगा। गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता को लेकर अब भी वाल उठते हैं क्योंकि यात्रा के दौरान ही पार्टी को गुजरात में हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद तीन हिंदी भाषी राज्यों में उसे हार झेलनी पड़ी।