प्रधानमंत्री मोदी जयपुर में तीन दिवसीय डीजीपी सम्मेलन में शिरकत करेंगे, , जाने क्या होगा एजेंडा?
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान की राजधानी जयपुर में होने वाले पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) व महानिरीक्षकों (डीआईजी) के तीन दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी।सूत्रों ने बताया है कि कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत कई बडे़ अफसर और नेता जयपुर आएंगे. कॉन्फ्रेंस 5 जनवरी से शुरू होकर 7 जनवरी तक चलेगी.
पांच से सात जनवरी को होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में साइबर अपराध, पुलिस प्रणाली में प्रौद्योगिकी, आतंकवाद से निपटने, वामपंथी उग्रवाद, जेल सुधार सहित पुलिस प्रणाली और आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों की एक विस्तृत शृंखला पर चर्चा की जाएगी। पीएमओ के मुताबिक प्रधानमंत्री छह और सात जनवरी को इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
सम्मेलन का एक अन्य प्रमुख एजेंडा नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन के लिए 'रोड मैप' पर विचार-विमर्श करना है।
इसके अलावा, सम्मेलन में पुलिसिंग और सुरक्षा से जुड़े भविष्य के विषयों जैसे कृत्रिम मेधा (एआई), 'डीपफेक' आदि जैसी नई प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न चुनौतियों और उनसे निपटने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
पीएमओ ने कहा कि सम्मेलन मूर्त कार्य बिंदुओं की पहचान करने और उनकी प्रगति की निगरानी करने का अवसर भी प्रदान करता है, जिसे हर साल प्रधानमंत्री के समक्ष भी प्रस्तुत किया जाता है।
यह सम्मेलन चिन्हित विषयों पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुलिस और खुफिया अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श का अवसर देगा। सम्मेलन में प्रत्येक वर्ष की तरह राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को प्रस्तुत किया जाएगा ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें।
पीएमओ ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से, प्रधानमंत्री ने डीजीपी सम्मेलन में गहरी रुचि ली है। पहले प्रधानमंत्रियों की प्रतीकात्मक उपस्थिति होती थी जबकि अब इसके विपरीत प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन के सभी प्रमुख सत्रों में बैठते हैं।
उसने कहा, ''प्रधानमंत्री न केवल सभी जानकारियों को धैर्यपूर्वक सुनते हैं, बल्कि स्वतंत्र और अनौपचारिक चर्चाओं को भी प्रोत्साहित करते हैं ताकि नए विचार सामने आ सकें।''
इस वर्ष के सम्मेलन में नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने पर मुक्त प्रवाह विषयगत चर्चा की भी योजना बनाई गई है।
पीएमओ ने कहा कि इससे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाले प्रमुख पुलिस व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर अपने विचार और सिफारिशें प्रधानमंत्री से साझा करने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने 2014 से देश के हर क्षेत्र में डीजीपी सम्मेलनों के आयोजन को भी प्रोत्साहित किया है। साल 2014 में इसका आयोजन गुवाहाटी में, 2015 में कच्छ का रण, 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद, 2017 में टेकनपुर (मध्य प्रदेश), 2018 में केवडिया (गुजरात), 2019 में पुणे, 2021 में लखनऊ में और 2023 में दिल्ली में हुआ था।
इस परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष जयपुर में सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
सम्मेलन में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह राज्य मंत्री, कैबिनेट सचिव, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा केन्द्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख भाग लेंगे।