डीजी-आईजी सम्मेलन के अंतिम दिन पीएम ने दी नसीहत, कहा- ‘डंडा’ नहीं, ‘डेटा’ के साथ काम करने की जरूरत
जयपुर.
जयपुर में हो रहे तीन दिवसीय डीजी-आईजी सम्मेलन के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में संसद में पारित तीन आपराधिक कानूनों पर बात करते हुए कहा कि ये कानून देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में एक आदर्श बदलाव हैं। नए कानून 'नागरिक पहले, गरिमा पहले और न्याय पहले' की भावना से बनाए गए हैं। पुलिस को अब 'डंडा' के साथ काम करने के बजाय 'डेटा' के साथ काम करने की जरूरत है।
पीएम ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों के तहत महिलाओं को उन्हें दी गई सुरक्षा के बारे में जागरूक करने की जरूरत है। पुलिस अधिकारी उन्हें जागरूक करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं निडर होकर 'कभी भी और कहीं भी' काम कर सकें। प्रधानमंत्री ने सम्मेलन में विशिष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदक भी वितरित किए। प्रधानमंत्री शाम को दिल्ली रवाना हो गए। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक, महानिरीक्षक, केंद्रीय पुलिस संगठनों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में नए आपराधिक कानून, आतंकवाद विरोधी रणनीतियां, वामपंथी उग्रवाद, साइबर खतरे, दुनिया भर में कट्टरवाद विरोधी पहल समेत राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
सोशल मीडिया के उपयोग की सलाह
पीएम कहा कि नागरिकों को सकारात्मक जानकारी और संदेश प्रसारित करने के लिए पुलिस स्टेशन स्तर पर सोशल मीडिया का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को नागरिकों में पुलिस की सकारात्मक छवि को सुदृढ़ करने के सुझाव भी दिए। उन्होंने लोगों को इसके जरिए प्राकृतिक आपदाओं और आपदा राहत पर अग्रिम जानकारी दी जा सकती है। नागरिक-पुलिस संपर्क मजबूत करने के लिए विभिन्न खेल कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। पीएम ने सरकारी अधिकारियों से सीमावर्ती गांवों में रहने का भी आग्रह किया, क्योंकि ये सीमावर्ती गांव भारत के 'पहले गांव' हैं।
भारत दुनिया की उभरती शक्ति
देश के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 की सफलता और अरब सागर में अपहृत जहाज से 21 चालक दल के सदस्यों को तेजी से बचाने के लिए भारतीय नौसेना के अभियान की सराहना करते हुए पीएम ने कहा, ऐसी उपलब्धियां दिखाती हैं कि भारत दुनिया में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर रहा है। आदित्य-एल1 की सफलता चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के समान है। नौसेना के सफल ऑपरेशन पर भी उन्होंने गर्व जताया। मोदी ने कहा कि देश की बढ़ती ताकत के अनुरूप 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए भारतीय पुलिस को भी खुद को एक आधुनिक और विश्व स्तरीय बल में बदलना चाहिए।