श्रीराम मंदिर : नीतीश कुमार से भाजपा का रिश्ता कैसा, श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का नहीं मिला सीएम को न्यौता
पटना.
श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गया है। किसे न्यौता मिला किसे नहीं, इसकी चर्चा सियासी गलियारे में खूब हो रही है। सीएम नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी के संबंधों की चर्चा हो रही। इसी बीच जानकारी मिली है कि सीएम नीतीश कुमार को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का न्यौता ही नहीं मिला है। यह दावा किसी और ने नहीं बल्कि उनकी ही पार्टी जदयू की प्रवक्ता ने किया है।
जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा कि कहा कि नीतीश कुमार को अभी निमंत्रण नहीं मिला है। निमंत्रण आने पर मुख्यमंत्री खुद निर्णय लेंगे कि वो अयोध्या में समारोह में जायेंगे या नहीं। वहीं दूसरी तरफ राम मंदिर कार्यक्रम का निमंत्रण देने वाले लोगों का दावा है कि उनको सीएम हाउस की तरफ से मिलने का समय ही नहीं दिया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में जाने के सवाल पर मंत्री संजय झा ने कहा कि हमको निमंत्रण नहीं मिला है सीएम को निमंत्रण मिला है या नहीं हम नहीं बता सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने इंडी गठबंधन पर बोला हमला
इधर, एक दिन पहले भाजपा की ओर से आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में पहुंची स्मृति ईरानी ने इंडी गठबंधन पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रण पर भी जवाब दिया था। कहा था कि कांग्रेस ने श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए भेजे गए आमंत्रण को ठुकरा दिया। इससे कांग्रेस ने देश के सौ करोड़ सनातनियों का अपमान किया है।इंडी गठबंधन वाले श्रीराम मंदिर पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने तो कोर्ट में बताया था कि भगवान श्रीराम का कोई अस्तित्व ही नहीं है। मंदिर लोकतंत्र का हो या श्रीराम का, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी निष्ठा और सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी है।