कॉलेजों में बने इंक्यूबेशन सेंटर्स ने दिए रिजल्ट, स्टार्टअप रैंकिंग में मप्र बना लीडर
भोपाल
आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत मध्यप्रदेश ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए 2022 में प्रदेश के कॉलेजों में इंक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए थे। विश्वद्यालयों में इन्क्यूबेशन केन्द्रों की स्थापना के द्वारा प्रतिवर्ष 25 नवोन्मेषी विचार/ स्टार्टअप को पोषित करने का लक्ष्य रखा गया है। ये इंक्यूबेशन सेंटर अब परिणाम देने लगे हैं।
16 जनवरी को का आयोजन हुआ। इस दौरान पीयूष गोयल ने मध्यप्रदेश को स्टेटस स्टार्टअप रैंकिंग फ्रेमवर्क 2022 के लीडर के रूप में सम्मानित किया। एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे हर्ष और प्रसन्नता का विषय बताते हुए प्रदेशवासियों को बधाइयाँ दी है। जिस वक्त कॉलेजों में इंक्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की गई उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री थे और दीपक सिंह उच्च शिक्षा आयुक्त थे। सीएम डॉ. यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि बड़े ही हर्ष एवं प्रसन्नता का विषय है कि स्टेट्स स्टार्टअप रैंकिंग फ्रेमवर्क 2022 में मध्यप्रदेश ने 1 करोड़ से अधिक जनसंख्या के साथ लीडर राज्य के रूप में अपना स्थान बनाया है।
उन्होनें राज्य के इस उपलब्धि का श्रेय विभाग और उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा गए उल्लेखनीय कार्यक्रमों को दिया। राज्यों के इस रैंकिंग में गुजरात, कर्नाटक, केरल, तमिल नाडु और हिमाचल प्रदेश टॉप-5 राज्य हैं। इस रैंकिंग सिस्टम को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विकास और उन्नति को प्रोत्साहित करने के लिए विकसित किया गया था।