बीपीएससी टीचर महिला सिपाही के पति को लेकर दो महीने में फरार; यूपी से नौकरी के लिए आई तो घर में दिया ठौर
दरभंगा.
दो महीने में क्या इतना गहरा प्रेम हो सकता है कि पत्नी और बच्ची को कोई छोड़ दे? लेकिन, यह हो गया। हुआ भी एक महिला सिपाही के घर में। किया किसने? एक महिला शिक्षिका ने। बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित होकर नवंबर में आई और जनवरी शुरू होते-होते महिला सिपाही के पति को उससे चुरा ले गई। महिला सिपाही अब उस दिन को रो रही है, जब उसने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सटे अपने गांव की उस महिला शिक्षिका को ग्रामीण सोचकर अपने साथ कुछ समय के लिए रहने दिया।
दोनों महिलाओं का गांव एक है, इसलिए महिला सिपाही के पति से उसका मजाक का रिश्ता बना और फिर कब यह रिश्ता गंभीर प्रेम में बदला, इसका पता सिर्फ उन्हीं दोनों को चला। दरभंगा जिले की एक महिला सिपाही को अपने किराये के घर में अपने गांव की लड़की को आश्रय देना महंगा पड़ गया। मौका देखते ही महिला सिपाही के पति को साथ लेकर शिक्षिका फरार हो गई है। काफी खोजबीन के बाद भी जब पति का कोई सुराग नहीं मिला, तब महिला सिपाही ने थाना में मामला दर्ज करवाया। पति मिल नहीं रहा, वह फोन पर बस इतना कह रहा है कि अब नई प्रेमिका के साथ रहेगा। आवेदन मिलते ही लहेरियासराय थाने की पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
क्या लिखा है आवेदन में
महिला सिपाही ने लिखित आवेदन में कहा है कि वह अपने पति और दो वर्ष की पुत्री के साथ सैदनगर मोहल्ला में किराए के मकान में रहती थी। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। इस बीच यूपी के वाराणसी जिला स्थित उसके गांव की एक लड़की शिक्षक की नौकरी के लिए बीपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद दरभंगा शहर के एमएल एकेडमी स्कूल आई। काउंसलिंग के बाद उसने एक मध्य विद्यालय में बतौर शिक्षक ज्वाइन किया। गांव की लड़की होने के नाते उक्त शिक्षिका को महिला पुलिसकर्मी ने अपने घर में रहने के लिए जगह दे दी। महिला सिपाही ने कहा कि एक माह तक लड़की उसके घर में रही और अचानक एक दिन चली गई। इसके बाद उसके पति भी गायब हो गए। फोन करने पर पति ने बताया कि अब वह उसी लड़की के साथ जिंदगी बिताएंगे। यह भी कहा कि तुम जितना जल्दी हो सके, तलाक दे दो। सिपाही का आरोप है कि शिक्षिका और उसके पिता उसे धमकी दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में वह अपने दो वर्ष की पुत्री के साथ भटकने को विवश है।