मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे, फरवरी तक लगना है 20 हजार स्मार्ट मीटर
मंदसौर
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत मंदसौर में 20 हजार स्मा्र्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इनमें पहले चरण में उन फीडरों को लिया गया हैं जहां लाइन लास का प्रतिशत ज्यादा हैं मतलब कि बिजली चोरी व अन्य मामले में कंपनी को नुकसान ज्यादा हो रहा हैं। शहर में कुल 21 फीडर में 35 हजार विद्युत उपभोक्ता है। विद्युत कंपनी के शहर अभियंता का कहना है कि पहले चरण में ऐसे फीडर शामिल किए गए है जहां बिजली का नुकसान हो रहा था जैसे बिजली चोरी सहित अन्य घटनाएं हो रही हैं। पहले चरण में फरवरी तक 20 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। काम की धीमी गति से चलने के कारण मार्च में जाकर काम पूरा होगा। मंदसौर शहर में घरेलू, व्यीवसायिक, ओद्योगिक सहित सभी श्रेणियों में मिलाकर कुल 35 हजार मीटर है। यह सभी मीटर स्मार्ट करना है। शहर में कुल 21 फीडर है। इनमें से पहले चरण में 12 फीडर के 20 हजार मीटर को स्मार्ट किया जा रहा है। बैंगलुरु की बीसीआइटीएस कंपनी द्वारा शहर में सभी फीडरों का सर्वे करने के बाद दिसंबर से स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया हैं। अब तक 6900 स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। दूसरे चरण में 9 फीडर में करीब 15 हजार मीटर स्मार्ट करने के लिए सर्वे होगा। विद्युत वितरण कंपनी हर घर में उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर दे रही है।
इसी के चलते यह कार्य चल रहा है। मीटर लगाने के पीछे बिजली कंपनी के बिजली चोरी और लाइन लास में कमी लाना सहित अन्य सुधार शामिल है। मंदसौर के बाद सुवासरा में प्रारंभ होगी स्मार्ट मीटर का कार्यविद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के अनुसार मंदसौर शहर में कुल दो चरणों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य पूरा होगा।
पहले चरण में 12 और दूसरे चरण में 9 फीडर क्षेत्र इसमें शामिल किये गए है। दूसरे चरण का सर्वे पूरा होते ही पूरे शहर में मीटर स्मार्ट लगाए जाएंगे। मंदसौर शहर में यह कार्य पूरा होने के बाद सुवासरा में स्मार्ट मीटर के लिए सर्वे प्रारंभ होगा। क्या है स्मार्ट मीटरबताया जा रहा है कि स्मार्ट मीटर के जरिये उपभोक्ता अपनी बिजली खपत से जुड़ी सारी जानकारी मोबाइल पर हासिल कर पाएंगे। बिजली कंपनी भी स्मार्ट मीटर के माध्यम से उपभोक्ता की मानीटरिंग करेगी। बिजली सप्लाई बंद और चालू करना सेंट्रल सर्वर से होगा। उपभोक्ता ने समय पर बिल जमा नहीं किया तो लाइन स्टाफ को घर भेजे बिना ही सीधे कम्प्यूटर के जरिये सप्लाई बंद कर देगी।
इसके अलावा बिजली की खपत और लोड किस समय कितना बढ़ा और कम हुआ इसकी जानकारी भी मीटर में दर्ज रहेगी। उपभोक्ता के पास भी इसकी जानकारी होगी।-शहर के सभी मीटर स्मार्ट किए जा रहे है। मंदसौर शहर में 21 फीडर क्षेत्र में 35 हजार मीटर है।पहले चरण में 12 फीडर क्षेत्र के करीब 20 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। अब तक 6900 स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। पहले चरण में उन फीडर को शामिल किया गया हैं जहां नुकसान हो रहा था बिजली चोरी अधिक हो रही थी। दूसरे चरण में 9 फीडर क्षेत्र में करीब 15 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य होगा।