एक राज्यसभा सीट के लिए चुनाव: सरोज पांडेय को मिलेगा दोबारा मौका!, क्या है प्लान?
दुर्ग.
भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को राज्यसभा की 56 सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसमें छत्तीसगढ़ समेत 15 राज्यों की कुल 56 राज्यसभा सीटों पर 27 फरवरी को वोटिंग कराई जाएगी। सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान कराए जाएंगे। इन 56 राज्यसभा सांसदों का अप्रैल 2024 में कार्यकाल खत्म हो रहा है। 15 फरवरी नामांकन की आखिरी तारीख है।
चुनाव आयोग के अनुसार, छत्तीसगढ़ की एक राज्यसभा सीट के लिए 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग कराई जाएगी। इसी दिन नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। इस संबंध में चुनाव आयोग 8 फरवरी को अधिसूचना जारी करेगा। नामांकन पत्रों की जांच की तारीख 16 फरवरी है। उम्मीदवार 20 फरवरी तक नाम वापस ले सकते हैं। छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं।
पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनी थीं सरोज पांडेय
भाजपा नेत्री सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनी थीं। उस दौरान बीजेपी के 49 विधायक थे। सरोज पांडेय को कुल 51 वोट मिले थे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये पहला मौका था जब राज्यसभा के लिए चुनाव कराया गया था। इसके पूर्व निर्विरोध चुना जाता था। पिछली बार कांग्रेस ने लेखराम साहू को मौका दिया था, लेकिन उन्हें भितरघात के चलते पार्टी विधायकों के ही पूरे वोट नहीं मिले थे। यानी क्रॉस वोटिंग हुई थी।
कौन हैं सरोज पांडेय, एक ही साल में तीन पद पर रहने का रिकॉर्ड ————–
0- सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।
0- सरोज पांडेय का जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ
0- माता-पिता गुलाब देवी- श्यामजी पांडेय
0- पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से शिक्षा ली
0- साल 2000 पहली बार और 2005 में दूसरी बार दुर्ग की मेयर बनीं।
0- साल 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक बनीं
0- साल 2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद बनी
0- 2013 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं
0- साल 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू से शिकस्त मिली
0- इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया
0- साल 2018 में पहली बार निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनीं
0- कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया था
चौंकाने वाली रही है बीजेपी की प्लानिंग
छत्तीसगढ़ बीजेपी की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का कार्यकाल भी अप्रैल में खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग ने राज्यसभा की इस एक सीट के लिए चुनाव कराने की घोषणा कर दी है। देश के अन्य प्रदेशों से भी राज्यसभा की सीटें खाली होंगीं, सभी को लेकर आदेश जारी किया गया है। बीजेपी खाली होने वाली इस सीट को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है कि पार्टी सरोज पांडेय को दोबारा मौका देगी। वहीं इस बात की भी चर्चा है कि उन्हें दुर्ग से लोकसभा का चुनाव लड़ाया जा सकता है। ऐसे में पार्टी किसी और विधायक या किसी नए चेहरे को राज्यसभा में भेज सकती है। अटकलें ये भी लगाई जा रही है कि बीजेपी सरोज पांडेय को कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है। क्योंकि विधानसभा चुनाव 2023 में छत्तीसगढ़ बीजेपी की चौंकाने वाली रणनीति रही है। चुनाव के दौरान कई ऐसे चेहरों को पार्टी ने टिकट दिया, जो कभी रेस में ही नहीं थे। फिर विष्णुदेव साय को सीएम बनाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। प्रदेश में पहली बार नया प्रयोग करते हुए दो नेताओं क्रमश: अरुण साव और विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बना दिया। ऐसे में राज्यसभा चुनाव में भी बीजेपी ऐसी ही कुछ कदम उठा सकती है।