सेना के 80 जवानों ने 3 दिन में बनाया सुखतवा बैली ब्रिज
तेज बारिश में ढहा था यह डेढ़ सौ साल पुराना पुल – मप्र में अपनी तरह का यह पहला पुल
भोपाल
बुधवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे 46 सुखतवा पर बैली ब्रिज का विधिवत शुभारंभ किया गया। इसे आम लोगों के लिए शुरू किया गया है। मध्यप्रदेश में नेशनल हाइवे पर बना पहला बेली ब्रिज होगा।
नर्मदापुरम के समीप बैतूल मार्ग स्थित सुखतवा नदी पर बना डेढ़ सौ साल पुराना पुल गत 26 अगस्त को हुई तेज बारिश के दौरान ढह गया था। इससे मार्ग पर यातायात लंबे समय तक बाधित रहा। पुल को बनाने का कार्य भारतीय सेना की सर्दन कमांड ने अपने हाथ में लिया और महज तीन दिन में यह पुल बनकर तैयार हो गया। इसमें सेना के 80जवानों ने रात दिन कार्य किया। बुधवार को इसे आमजन के लिए खोला गया।
निकल सकेंगे 40 टन वजनी वाहन
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार,60 टन वजन वाले इस नवनिर्मित पुल की लंबाई 93 फीट और चौड़ाई 10.5 फीट है। इससे 40 टन वजन के वाहन निकाले जाएंगे। बैली ब्रिज के दोनों हिस्से नदी के पुराने पुल के दोनों सिरे से जोड़े गए हैं। इसके दोनों तरफ लोहे की रेलिंग है और बीच में ही लोहे की मजबूत प्लेट्स लगाई गई है।
गूंजे भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे
पुल का लोकार्पण सेना के जनरल सुमेर डी सिन्हा ने किया। इस अवसर पर सेना के वरिष्ठ अधिकारी एसएस मेहता, निखिल श्रीवास्तव, अमन कंसल, एसएस दाहिया, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा, एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी मौजूद थे। कार्यक्रम में संबंधित जवानों का सम्मान भी किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इन्होंने सेना के कार्य की सराहना करते हुए भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे भी लगाए।