वानखेड़े स्टेडियम की लीज रेंट 1.5 करोड़ रुपये सालाना, सरकार ने मांगा पिछले 5 साल का रेंट
मुंबई
महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के आइकॉनिक वानखेड़े स्टेडियम की लीज को रिन्यू करने पर फैसला लिया है, जो 30 साल के लिए था और 2018 में समाप्त हो गया था। 44,000 वर्ग मीटर के भूखंड का मूल्य लगभग 1304 करोड़ रुपये आंकते हुए सरकार ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) को प्रति वर्ष 1.52 करोड़ रुपये और 2018 से 2023 तक किराए के रूप में 8.58 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा है।
हालांकि, एमसीए ने स्टेडियम की लीज को डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत पर रिन्यू करने पर तर्क दिया है कि सरकार उससे अधिक शुल्क ले रही है और कुछ तथ्यों पर ध्यान नहीं दे रही है, उदाहरण के लिए यह मैदान मनोरंजन मैदान (आरजी) और खेल मैदान (पीजी) श्रेणियों के तहत आरक्षित है और विकास की संभावना यहां सीमित है, क्योंकि यह कोस्टल रेगुलेशन जोन 2 के नियमों के तहत आता है।
दिलचस्प बात यह है कि देश के सबसे अमीर क्रिकेट संघों में से एक एमसीए, बीकेसी में एक मनोरंजन केंद्र के लिए एमएमआरडीए को वार्षिक किराए के रूप में ₹9.33 करोड़ का भुगतान करती है, जैसा कि 2019-2021 के लिए इसकी 85वीं वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है। 14 फरवरी 2022 को जारी रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2019 के अंत में मुंबई क्रिकेट संघ की कुल संपत्ति ₹337.54 करोड़ थी।
वानखेड़े स्टेडियम में एमसीए, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मुख्यालय है। बीसीसीआई दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट संस्था है। जब फरवरी 2018 में स्टेडियम की लीज समाप्त हो गई थी तो एमसीए के तत्कालीन अध्यक्ष आशीष शेलार ने अप्रैल में तत्कालीन सीएम देवेंद्र फड़नवीस को पत्र लिखकर 50 और वर्षों के लिए इसके एक्सटेंशन का अनुरोध किया।
वहीं, शासन की ओर से 26 जून 2017 को नवीनीकरण प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश जारी किया गया था। किराए की गणना करने के लिए, मुंबई कलेक्टरेट, जो राज्य के राजस्व विभाग के अंतर्गत आता है, जो सभी सरकारी संपत्तियों का मालिक है, उसने जून 2017 में लाई गई जिमखाना लीज नीति को लागू किया। इसके तहत 20,000 वर्ग मीटर और उससे अधिक भूमि वाले जिमखाना 'ए' श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। ऐसे में इसे आधार मूल्य का 1 प्रतिशत किराए के रूप में देना होगा।
जिमखाना लीज नीति निर्दिष्ट करती है कि किराया हर साल चार प्रतिशत बढ़ेगा और नई दरें निर्धारित करने के लिए प्लॉट के मूल्य का पांच साल के बाद पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा। यदि पुनर्मूल्यांकन किया गया किराया पिछले वर्ष के किराए से कम है, तो अधिक राशि को उस वर्ष का लीज रेंट माना जाएगा।
आरटीआई के जरिए निकलवाए दस्तावेजों में पाया गया है कि मुंबई कलेक्टरेट ने प्रॉपर्टी की वैल्यू 1304 करोड़ रुपये आंकी है। इस तरह वर्ष 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 के लिए यह राशि क्रमशः लगभग ₹1.30 करोड़, ₹1.35 करोड़, ₹1.41 करोड़, ₹1.46 करोड़ और ₹1.52 करोड़ है। 22 अगस्त 2023 को एमसीए ने पूरी राशि का भुगतान कर दिया, लेकिन 2023 के लिए नए वार्षिक लीज किराए पर विवाद किया, जो 2022 के लीज किराए ₹1.52 करोड़ के बराबर था।
2023 के लिए कलेक्टरेट ने स्टेडियम प्लॉट का मूल्य 714 करोड़ रुपये आंका था, जो 2017 में मूल्यांकन किए गए मूल्य का आधा है। इसके अनुसार लीज रेंट 71 लाख 45 हजार 94 रुपये आंका गया था। मुंबई कलेक्टरेट ने जिमखाना लीज नवीनीकरण नीति की शर्त का पालन किया, जिसमें कहा गया है: यदि, पुनर्मूल्यांकन किया गया लीज किराया पिछले वर्ष के लीज किराए से कम है, तो उच्च राशि को उस वर्ष के लिए लीज किराया माना जाएगा।
बता दें कि 6 फरवरी 1968 को राज्य सरकार ने लॉयड्स रिक्रिएशन ग्राउंड के लिए एमसीए को 50 साल की अवधि के लिए 43,977.93 वर्ग मीटर का एक भूखंड पट्टे पर दिया। 5 सितंबर 1973 को एमसीए को स्टेडियम के रूप में उपयोग करने के लिए एक स्थायी संरचना का निर्माण करने की अनुमति दी गई थी। पिछले कुछ वर्षों में अन्य सुविधाओं के बीच एक क्लब हाउस बनाने की भी अनुमति दी गई थी। 1974 में निर्मित वानखेड़े स्टेडियम ने जनवरी 1975 में पहले क्रिकेट टेस्ट मैच की मेजबानी की थी। इसने 1987, 1996, 2011 और 2023 में खेले गए चार क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी भी की है।