बाघों के शिकार के लिए पेंच टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र से बफर क्षेत्र में 300 चीतल शिफ्ट किए जाएंगे, मिली अनुमति
भोपाल
बाघों के शिकार के लिए पेंच टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र से बफर क्षेत्र में 300 चीतल शिफ्ट किए जाएंगे। वन विभाग ने इसकी अनुमति प्रदान कर दी है। कोर एरिया से शिफ्ट किए जाने वाले 300 चीतलों में से 200 चीतल पेंच टाइगर रिजर्व के रुखड़ बफर क्षेत्र में भेजे जाएंगे और 100 चीतल अरी बफर क्षेत्र में भेजे जाएंगे। इससे बफर क्षेत्र में जैविक संतुलन बना रहेगा और बफर क्षेत्र में आने-जाने वाले बाघों को भोजन भी उपलब्ध हो सकेगा।
इसलिए होगी शिफ्टिंग
ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि पेंच टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में बाघों की संख्या काफी है और वे अपने आहार के लिए बफर क्षेत्र में कैटल प्रजाति जिसमें गायें भी शामिल हैं का शिकार कर रहे हैं। यह कैटल प्रजाति वहां इसलिए है क्योंकि उसमें काफी गांव हैं। हालांकि ये गांव दूर-दूर स्थित हैं। इसे रोकने के लिए चीतलों की शिफ्टिंग होगी।
60 के आस-पास है बाघों संख्या
एक बाघ साल में करीब 72 चीतलों को खा सकता है। वैसे उसे आहार के लिए अन्य वन्य प्राणी सूअर आदि भी उपलब्ध हैं और वह उनका भी शिकार करता है। पेंच टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में 60 हजार से अधिक चीतल मौजूद हैं। बफर क्षेत्र से टाइगर कारिडोर भी है जो कान्हा टाइगर रिजर्व तक जाता है। इसलिए इसमें बाघों की संख्या काफी है। वैसे पेंच रिजर्व में बाघों की कुल संख्या साठ के आसपास बताई जाती है।