देश में साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन में भोपाल को दूसरा स्थान
भोपाल
राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो (एनसीआरबी) नई दिल्ली में गत दिवस साइबर क्राइम भोपाल की इन्वेस्टिगेशन संबंधी केस-स्टडी को सर्वश्रेष्ठ 10 केस-स्टडी में चुना गया। साइबर क्राइम भोपाल को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।
स्टेट साइबर नोडल ऑफिसर्स में साइबर पुलिस मुख्यालय भोपाल की क्रिप्टो करेंसी एप से धोखाधड़ी के प्रकरण की सफलता से की गई विवेचना को दिल्ली में किये गये प्रेजेंटेशन में एनसीआरबी ने द्वितीय स्थान प्रदान किया है।
साइबर पुलिस ने अपने प्रेजेंटेशन में दिखाया कि इन्वेस्टिगेशन के दौरान किस प्रकार से जापान के क्लाइंट के लिए इंदौर के श्री पीयूष सिंह की कम्पनी ने मुख्यतः तीन प्रोडक्ट्स (https://wallet-angelium.net, https://xanawallet.net). tranxia.net बनायें। इन प्रोडक्ट्स का उपयोग कर कोई भी उपयोगकर्ता (EndUser ) अपना डिजिटल वालेट (अकाउंट) बना सकता है। इस डिजिटल वालेट में क्रिप्टो सम्पत्ति स्टोर कर सकता है और उन्हें निवेश कर सकता है। क्रिप्टोएसेट्स को ट्रांसफर भी कर सकता है तथा उपयोगकर्ता को रिवॉर्ड और बोनस मिलता है, जो हर दिन कंपनी के डिजिटल अकाउंट में क्रेडिट होता है।
इन्वेस्टिगेशन में पाया गया कि जापानी मूल का केशी कुबी, जो कि पीयूष सिंह की कम्पनी में ही पूर्व से कार्य करता था। उसने गोपनीय जानकारियों का गलत उपयोग कर पीयूष सिंह के जापानी क्लाइंट के प्रोडक्ट में फर्जी यूजर बना दिये और उनमें एपीआई के द्वारा क्रिप्टो का फर्जी इंवेस्टमेंट दिखाया। इसस आरोपी को भी प्रतिदिन रिवार्ड मिलने लगे। आरोपी anglieum wallet के एक फीचर ote (जिसमें कंपनी यूजर से ANX लेकर उसी वैल्यू का BTC कंपनी वालेट से यूजर को देती थी) का यूज कर क्रिप्टोकरेंसी ANX को BTC में कनवर्ट करता तथा BTC (BITCOIN ) को अपने और अपने परिजनों के क्रिप्टो वालेट में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी करने का कार्य करता रहा। साइबर पुलिस ने अपने इन्वेस्टिगेशन में फर्जी पते को भी डिकोड कर अपराध का पर्दाफाश किया।
साइबर अपराध की क्रिप्टो करेंसी संबंधी धोखाधड़ी की बेहतर और पुख्ता इन्वेस्टिगेशन के लिये भोपाल साइबर पुलिस को देश में दूसरा स्थान प्रदान किया गया।