धनोरा व मदार्पाल नए तहसीलों की सीमाओं के निर्धारण के लिए जारी हुई अधिसूचना
कोण्डागांव
छत्तीसगढ़ राजपत्र में मंत्रालय राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा कोण्डागांव जिले के धनोरा एवं मदार्पाल तहसीलों के निर्माण एवं उनकी सीमाओं के निर्धारण हेतु अधिसूचना जारी की गयी है। जिसे लेकर जिले के कलेक्टर दीपक सोनी ने कार्यवाही शुरू कर दी है, इसके अनुसार केशकाल एवं फरसगांव से बने नवीन धनोरा तहसील में 15 पटवारी हल्के एवं 56 ग्रामों को शामिल किया गया है। जिसमें राजस्व निरीक्षक मण्डल धनोरा के पटवारी हल्के नम्बर 01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08 के कुल 35 ग्राम तथा राजस्व निरीक्षक मण्डल चनियागांव के पटवारी हल्का नम्बर 01, 02, 03, 04, 05, 06, 07 के कुल 21 ग्रामों को शामिल किया गया है। इस तहसील की उत्तरी सीमा केशकाल तहसील, दक्षिणी सीमा फरसगांव तहसील, पूर्वी सीमा केशकाल एवं फरसगांव तथा पश्चिमी सीमा कांकेर के अंतागढ़ तहसील को स्पर्श करेंगी।
कोण्डागांव तहसील से अलग होकर बने नवीन मदार्पाल तहसील में कुल 19 पटवारी हल्के में 78 ग्रामों को शामिल किया गया। जिसमें राजस्व निरीक्षक मण्डल गोलवण्ड के पटवारी हल्का नम्बर 33, 34, 35, 36, 37, 38, 39, 40, 41 के कुल 32 ग्रामों एवं राजस्व निरीक्षक मण्डल मदार्पाल के पटवारी हल्के 42, 43, 44, 45, 46, 47, 48, 49, 50, 51 के कुल 46 ग्रामों को शामिल किया गया है। इसकी उत्तरी सीमा कोण्डागांव तहसील, दक्षिणी सीमा बस्तर जिले के लोहण्डीगुड़ा तहसील, पूर्वी सीमा कोण्डागांव तहसील एवं बस्तर जिले के बस्तर तहसील एवं पश्चिमी सीमा नारायणपुर जिले के नारायणपुर तहसील तथा बीजापुर के भैरमगढ़ तहसील को स्पर्श करेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेट मुलकात कार्यक्रम के दौरान धनोरा एवं मदार्पाल दौरे में ग्रामीणों की मांग पर इन तहसीलों की घोषणा की गई थी। सीमाओं के निर्धारण से इन नवीन तहसीलों के ग्रामों के निवासीयों को तहसील कार्यालय के निकट आ जाने एवं सीमाओं के निर्धारण से राजस्व संबंधी मामलों में सहायता प्राप्त होगी, जिसे लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह है।