चीन ने भूटान के साथ विवादित इलाके में बनाए घर, सैटेलाइट इमेज से बड़ा दावा
बीजिंग
चीन और भूटान के बीच चल रही सीमा वार्ता के बाद भी चीन अपनी चालबाजियों से बाज नहीं आ रहा है. अब चीन भूटान के साथ लगने वाली विवादित जमीन पर गांवों का निर्माण कर रहा है. हांगकांग के मीडिया हाउस साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक चीन और भूटान को अलग करने वाले पहाड़ी इलाके में चीन ने 3 गांव बना दिए हैं. जिनका आकार पहले की तुलना में अब दोगुना हो गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने हिमालय के एक दूरदराज गांव में यह कब्जा बढ़ाया है. यह इलाका लंबे समय से चीन और भूटान के बीच विवादित है. चीन यहां 18 और अपने लोग शिफ्ट करने जा रहा है. सभी घरों पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ताजा फ्रेम किया हुआ चित्र लगा है.
तिब्बत के 38 परिवार भी किए शिफ्ट
जिनपिंग के चित्र के पीछे एक चमकदार लाल बैनर में चीनी और तिब्बती लिपि में चीनी राष्ट्रपति के स्वागत की बात कही गई है. तिब्बत फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स ने अपने बयान में कहा है कि वह लोगों का पहला जत्था था. इसमें तिब्बत के शिगात्से क्षेत्र के 38 परिवार शामिल थे.
तेजी से गांव का विस्तार कर रहा चीन
चीन ने जिस गांव में नए घर बनाए हैं. वह उन तीन गांवों में ही शामिल है, जिन्हें भूटान के किनारे बनाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में स्थानीय सरकारों ने पिछले साल सीमावर्ती गांवों का तेजी से विस्तार किया है. 2023 के मुकाबले तमालुंग का आकार दोगुना हो गया.
सैटेलाइट इमेज के कारण हुआ खुलासा
चीन के इस नए कब्जे का खुलासा अमेरिका के मैक्सार टेक्नोलॉजी के सैटेलाइट इमेज से सामने आई है, जिसमें पता चला है कि यहां 147 नए घर बनाए गए हैं. इस गांव के विस्तार को 2022 के अंत में 70 घरों में रहने वाले 200 लोगों के अलावा 235 घरों तक बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया था.
भारत-भूटान के साथ ही चीन का सीमा विवाद
बता दें कि चीन और भूटान के बीच राजनयिक संबंध नहीं हैं, लेकिन अधिकारी समय-समय पर दौरों के जरिए संपर्क बनाए रखते हैं. जबकि चीन ने अपने 12 अन्य पड़ोसियों के साथ अपने सीमा विवादों को सुलझा लिया है. भारत और भूटान ही ऐसे दो देश हैं, जिनके साथ उसने अभी तक सीमा समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. हाल के वर्षों में चीन ने भूटान के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करने और जटिल सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत में तेजी लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. भूटान दावा करता है कि जिस जगह पर चीन गांवों का विस्तार कर रहा है, वह उसका है लेकिन बीजिंग उस पर बस्तियां बसाते जा रहा है.