Kanhailal murder case: कन्हैयालाल का गला काटने वालों को पकड़वाया, प्रहलाद को मिली नौकरी, कैसे दिखाई थी बहादुरी
उदयपुर.
राजस्थानके उदयपुर जिले में 28 जून 2022 को हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों को पकड़वाने वाले प्रहलाद सिंह चुंडावत के सरकार ने नौकरी दे दी है। 32 साल के प्रहलाद सिंह को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर नियुक्ति दी गई है। दरअसल, जिला स्तरीय कमेटी ने 30 जनवरी को राजसमंद निवासी प्रहलाद सिंह चुंडावत पुत्र मनोहर सिंह चुंडावत की शैक्षणिक योग्यता के आधार पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नियुक्ति करने की अनुशंसा की थी। इसके बाद प्रहलाद को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में नियुक्ति किया गया। प्रहलाद की पद स्थापन उपखंड कार्यालय देवगढ़ में रहेगी।
दरअसल, 28 जून 2022 उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। कुछ ही देर में इस हत्याकांड की सूचना प्रदेश ही नहीं देशभर में आग की तरह फैल गई। पुलिस कन्हैयालाल के हत्यारों को तलाश रही थी, इसी बीच सूचना मिली कि आरोपी भीम उपखंड की ओर जा रहे हैं। देवगढ़ थाने में तैनात कांस्टेबल बाबू सिंह ने प्रहलाद को कॉल किया कि कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी गांव की तरफ आ रहे हैं, उन पर नजर रखना। जिस समय कांस्टेबल का कॉल आया उस दौरान ताल निवासी प्रहलाद सिंह अपने एक साथी शक्ति सिंह के साथ गांव में थड़ी पर चाय पी रहा था, कॉल कटने के कुछ ही देर बाद उसे पल्सर बाइक पर दो लोग जाते थे, जिनका हुलिया कन्हैयालाल के हत्यारों से मिल रहा था। प्रहलाद ने तत्काल बाइक उनके पीछे लगाई और पुलिस को सूचना दी। आरोपियों का पीछा करते हुए वे टोगी मोड़ तक आए और यहां उन्हें पुलिस भी मिल गई। कुछ दूर आगे जाकर पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों रियाज और गोस मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया।