Bihar News: 21 प्रधान शिक्षकों को DEO ने किया निलंबित; दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने का मामला
बेतिया/पश्चिम चंपारण.
बिहार में शिक्षा सुधारने की पहल को लेकर अधिकारी भी इसमें कहीं से कोताही नहीं बरत रहे हैं। कार्रवाई की जद में आने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई निश्चित रूप से हो रही है। इसी कड़ी में पश्चिम चम्पारण जिला में लापरवाही बरतने वाले 21 विद्यालयों के प्रधान शिक्षकों को शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने निलंबित कर दिया है। इससे हड़कंप का माहौल है। निलंबित प्रधान शिक्षकों के साथ सहायक शिक्षकों में भी हड़कंप का माहौल बन गया है।
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई बीपीएससी से पहले चरण में नियुक्त शिक्षकों का योगदान प्रपत्र निर्धारित समय-सीमा के अंदर जमा नहीं करने को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने की है।
इन शिक्षकों पर हुई कार्रवाई
डीपीओ के अनुसार, निलंबित एचएम में प्राथमिक विद्यालय मठिया के मोहम्मद फिरोज, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मझरिया गौनाहा के अब्दुल रहमान, प्राथमिक विद्यालय बारी टोला बेतिया की पुष्पलता वर्मा, प्राथमिक विद्यालय कुर्मी टोला बेतिया की सुमित्रा कुंवर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसौनी पिपरासी के भारत शाह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय झुमका सरेहवा टोला सिकटा के मोहम्मद गुलाब नूर, प्राथमिक विद्यालय उर्दू लाल परसा सिक्टा के रेजाउल्लाह, प्राथमिक विद्यालय बैद्यनाथपुर, बेतिया की इंदिरा कुमारी शामिल हैं।
वहीं, उत्क्रमित मध्य विद्यालय भरथापुर बगहा 2 के रामाशंकर प्रसाद, प्राथमिक विद्यालय पचरुख भुल टोला बगहा दो की शांति कुमारी, प्राथमिक विद्यालय बौद्ध टोला लौरिया के शबनम, उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंपापुर नरकटियागंज की रेणु बाला, उत्क्रमित मध्य विद्यालय डमरापुर मैनाटांड़ के मुर्तुजा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय चरहिया बगहा 2 के सोहराई उरांव, उत्क्रमित मध्य विद्यालय देउरवा शेख टोली लौरिया के समीउन नेशा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बांसगांव बगहा 2 के पूर्णेन्दु कुमार सत्यार्थी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय झनकौल बगहा दो के प्रदीप मणि मिश्र और उत्क्रमित मध्य विद्यालय बैजुवा बैरिया के रामकेश्वर राव आदि के नाम शामिल हैं।
लापरवाही बनी कार्रवाई की वजह
इधर, डीपीओ योगेश कुमार ने बताया कि बीपीएससी से बहाल शिक्षकों को आवंटित विद्यालय में योगदान के 24 घंटे के अंदर ही संबंधित एचएम को उनका योगदान प्रपत्र जिला शिक्षा कार्यालय में जमा कराना था। आदेश के बावजूद भी उक्त प्रधान शिक्षकों के द्वारा आनाकानी की गई। उसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने कार्रवाई करते हुए जिले के 21 विद्यालय के प्रधानों को निलंबित किया है।