11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, सफर का लुत्फ उठाने ले पहले जान लीजिए खासियत
नई दिल्ली
द्वारका एक्सप्रेसवे के उद्घाटन की तारीख सामने आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 11 मार्च को इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने जा रहे हैं। उपायुक्त निशांत यादव और शहर के पुलिस प्रमुख विकास अरोड़ा के नेतृत्व में टीमों ने 29 फरवरी को एक्सप्रेसवे का दौरा किया था। उद्घाटन से पहले, गुड़गांव प्रशासन और पुलिस की टीमों ने गुरुवार को द्वारका एक्सप्रेसवे का दौरा किया ताकि कार्यक्रम के लिए लॉजिस्टिक तैयारियां शुरू की जा सकें और सुरक्षा आवश्यकताओं का आकलन किया जा सके। गुड़गांव पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रशासन, पुलिस और NHAI की टीमों ने उद्घाटन के लिए संभावित स्थलों, अस्थायी हेलीपैड के निर्माण और रैली के लिए पार्किंग स्थल की पहचान करने के लिए एक्सप्रेसवे का दौरा किया। हम उद्घाटन की तैयारी कर रहे हैं।
11 मार्च को उद्घाटन करेंगे मोदी
द्वारका एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के लिए शनिवार को तारीख का ऐलान हो गया। पीएम मोदी 11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी बताया कि उन्होंने एक्सप्रेसवे को साफ करने, खंभों पर तिरंगा लगाने, फुटपाथों को रंगने और साइन लगाने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया था। अधिकारी ने बताया कि एक्सप्रेसवे का गुरुग्राम सेक्शन वाहनों के लिए खुल जाएगा, लेकिन मुझे दिल्ली से संभावित कनेक्टिविटी के बारे में जानकारी नहीं है क्योंकि चौमा गांव के पास टोल प्लाजा अभी तैयार नहीं है। दिल्ली सेक्शन को खोलने के फैसले के बारे में हमें अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है क्योंकि यह अभी भी निर्माणाधीन है।
द्वारका एक्सप्रेस वे के बारे में
लगभग 9000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा द्वारका एक्सप्रेसवे चार चरणों में बनाया जा रहा है। इनमें से चरण तीन दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर से बसई ROB तक और चार बसई ROB से NH-48 तक गुरुग्राम में हैं और इनकी लंबाई 19 किलोमीटर है। चरण एक (महिंद्रपालपुर से द्वारका सेक्टर 21 तक) और दो (द्वारका सेक्टर 21 से दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर तक) दिल्ली में हैं और इनकी लंबाई लगभग 10 किलोमीटर है।
द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली और गुड़गांव को जोड़ने वाला तीसरा सीधा रास्ता है, जो पहले से मौजूद NH-8 और मेहरौली-गुड़गांव रोड के बाद बनाया जा रहा है। यह एक 16 लेन का हाईवे होगा, जिसे हाई-स्पीड गाड़ियों के लिए बनाया जा रहा है और रास्ते में किसी भी तरह का ट्रैफिक सिग्नल नहीं होगा। यह दिल्ली में शिव मूर्ति से शुरू होकर गुड़गांव में खेड़की दौला तक जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का 18.9 किलोमीटर का हिस्सा गुड़गांव में और शेष 10.1 किलोमीटर दिल्ली में होगा।
यह आधुनिक इंजीनियरिंग का एक शानदार उदाहरण होगा। इसमें 8 लेन की हाई-स्पीड सड़क, दोनों तरफ तीन-तीन लेन की सर्विस लेन, प्रमुख चौराहों पर कई अंडरपास और ऊपर से निकलने वाले रास्ते होंगे। साथ ही, द्वारका एक्सप्रेसवे नया गुड़गांव, द्वारका के सेक्टर 25 में बन रहे इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा। यह 8 लेन की छोटी सुरंग के माध्यम से IGI हवाई अड्डे के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी प्रदान करेगा। एक्सप्रेसवे की रणनीतिक स्थिति यह सुनिश्चित करती है कि रेलवे स्टेशन, बिजवासन, NH-8 और साउथर्न पेरिफेरल रोड (SPR) से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
द्वारका एक्सप्रेसवे के प्रमुख फायदे
➤यह 29 किमी लंबा (16 लेन वाला) राष्ट्रीय राजमार्ग – 8 का खंड है, जिसमें चार बहु-स्तरीय इंटरचेंज हैं और यह बिना सिग्नल वाला हाईवे है।
➤इस इंजीनियरिंग के चमत्कार में मोटरवे के दोनों ओर तीन लेन की सर्विस लेन, चार बहु-स्तरीय इंटरचेंज और प्रमुख जंक्शनों पर कई सबवे हैं।
➤हरियाणा सरकार ने गुड़गाँव-मानेसर शहरी परिसर के विकास के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ एक मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर (या मेट्रो रेल) की योजना बनाई है।
➤यह द्वारका से शुरू होकर मानेसर और नीमराना तक चलेगा, जो खेरकी डौला में 162 एकड़ के भूखंड पर बनाए जा रहे मेट्रो हब और नए इंटरस्टेट बस टर्मिनल के रास्ते चलेगा।
➤वाटिका INXT2 से होकर गुजरने वाला एक समर्पित अंडरपास बनाया जाएगा, जो NH 352W को द्वारका एक्सप्रेसवे (NH 248BB) से जोड़ेगा।
➤इस विश्व स्तरीय कॉरिडोर इंटिलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम(ITS) जैसे एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, टोल मैनेजमेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, निगरानी आदि होंगे।